इलैक्ट्रोपैथी सेमिनार के अंतिम दिन कैंसर रोग पर हुआ गहरा चिंतन, विशेषज्ञ ने बताये कैंसर को रोकने  के उपाय



कार्यक्रम मे अतिथि जल शक्ती मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत थे ।


विशिष्ट अतिथि जयपुर सांसद रामचरण बोहरा व विश्व विख्यात वैध्य मुन्नालाल सेठीया थे ।


अध्यक्षता राजस्थान पत्रिका के संपादक श्री गुलाब कौठारी थे ।


जयपुर के वैशाली नगर स्थित आर बी ऑडीटोरियम में सेमिनार के अंतिम दिन कैंसर पर गहरा चिंतन हुआ और आये हुये अतिथियो ने भी कैंसर को रोकने के लिये अपने अपने सुझाव दिये


कार्यक्रम का शुभारम्भ मैटी उत्सव शुरू हुआ जिसमें सभी चिकित्सको नें कांऊट सिजर मैटी के जिवनी को याद करते हुये मैटी जयंती मनाई गई । मैटी जयंति उत्सव धुमधाम से मनाया गया जिसमें देश के नामचिन्हीत इलैक्ट्रोपैथी चिकित्सको ने हिस्सा लिया


सेमिनार के उद्धघान केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और राजस्थान पत्रिका संपादक श्री गुलाबजी कौठारी ने किया
गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा की इलैक्ट्रोपैथी चिकित्सा पद्धति पूर्ण रूप से हर्बल व हानिरहीत चिकित्सा पद्धति है यही चिकित्सा पद्धति है जो शरीर पर होने वाले नुकशान को बचाता है
गजेन्द्र सिंह  शेखावत ने बताया की एक रिपोर्ट के अनुसार ये ध्यान देने योग्य है कि 12.7 मिलीयन से अधिक लोगों की कैंसर की पहचान की गयी साथ ही हर वर्ष 7 मिलीयन लोग इस बीमारी से मरते हैं। इस संक्रामक बीमारी के खतरे से बचाने और इसके एहतियातन कदम का अनुसरण करने, लोगों को इसके लक्षणों की जाँच करने के लिये निर्देश देना साथ ही साथ कैंसर से लाखों जीवन बचाने के लिये इस दिन के वार्षिक उत्सव को मनाने की योजना की शुरुआत की गयी। 4 फरवरी की स्थापना खासतौर से सही खान-पान के बारे में उन्हें सिखाने, नियमित और उचित शारीरिक क्रियाकलाप के लिये और एक सीख कि कैसे कैंसरकारी तत्व या परिस्थिति से बचाव किया जाए आदि कैंसर के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाने के लिये की गयी है।
कैंसर से बचाव और इसके रोकथाम के बारे में खास संदेश फैलाने के लिये इलैक्ट्रोपैथी चिकित्सा पद्धति के चिकित्सक कैंप, सैमिनार आयोजित करके, जागरुकता कार्यक्रम आदि के द्वारा भाग लेते है। विभिन्न नियंत्रित उपाय नीति लागू की गयी है तथा बड़ी संख्या में इससे जुड़ने के लिये लोगों को बढ़ावा दिया जाना मुझे अति पंसद आया में इसको लोगो तक पहुचाऊंगा ।
सेमिनार में एक प्रदशनी का आयोजन हुआ जिसमें १६ खण्डो में इलैक्ट्रोपैथी संबधी पुस्तके व मैटी इतिहास था, सेमिनार में आये पुर्व चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र सिंह राठोड ने प्रदशनी क सराहा और अपने भाषण में बताया की इलैक्ट्रोपैथी चिकित्सा पद्धति को डॉ. हेमंत सेठीया ने एक पौधे की तरह पाला है और आज के युग मे एलोपैथी दवाये एंव विज्ञान जितना निरंतर प्रवाह कर रहा है उतने ही रोग बढ रहे है, उस जगह इलैक्ट्रोपैथी चिकित्सा पद्धति देश मे असाध्य रोगो में लोहा मनवा रही है । राजेन्द्र सिंह राठोड ने सेमिनार में कहा की  इस चिकित्सा पद्धति के  लिये में सरकार मे रहतें हुये बोर्ड का गठन कराने का पूरा प्रयत्न करता रहूंगा ।
सेमिनार मे जयपुर सांसद रामचरण बोहरा ने पद्धति को अपने भाषण में पद्धति को सर्वश्रैष्ठ बताया और कहा  की यह पद्धति कैंसर जैसे रोगो पर कार्य कर रही है वहा सरकार को इस चिकित्सा पद्धति का बोर्ड बनाना चाहीये ।


कैंसर रोग पर उडीसा से आये विशेषज्ञ डॉ. कमलकान्त नायक ने कैंसर रोग पर इलैक्ट्रोपैथी के दवाऔ पर प्रकाश डाला और बताया की अगर व्यक्ती अपने जिवन काल में इलैक्ट्रोपैथी औषधी एस - १ और एस -१० को अपना ले और अपनी जीवन सेली मे खानपिन सही ढंग से कर ले तो कभी कैंसर नही होगा ।
कार्यक्रम मे डॉ. हैमंत सेठीया ने भी कैंसर रोग पर प्रकाश डाला और इलैक्ट्रोपैथी दवाऔ को कारगार बताया ।
सेमिनार मे डॉ. देवराज पुरोहित, डॉ. अशोक पारीक, डॉ. संजय शर्मा, डॉ. गौविन्द सेनी, डॉ. लुणेश मालविय, डॉ. योगेन्द्र पुरोहित सहित सैकडो चिकित्सक उपस्तिथ थे ।


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