ऑनलाईन ठगी करने वाले पुलिस के हत्थे चढ़े

ऑनलाईन ठगी करने वाले पुलिस के हत्थे चढ़े 


 तीन सक्रिय सदस्य गिरफ्तार 

12 एटीएम कार्ड, 4 फर्जी सिम कार्ड व 5 मोबाईल बरामद

      

करौली 04 दिसम्बर। थाना हिण्डौन सिटी पुलिस ने शनिवार को मुखबिर से मिली सूचना पर बस स्टैंड से तीन अंतर राज्य साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। थाना पुलिस ने उसके पास से 12 एटीएम कार्ड, चार फर्जी सिम कार्ड व कुल 5 मोबाइल बरामद किए हैं। गिरफ्तार अभियुक्त उमर मेव पुत्र ईशा खान (32) थाना गोपालगढ़, जुबेर खान पुत्र इदरीश खान मेव (26) थाना सीकरी भरतपुर तथा जीवन गुर्जर पुत्र बाबूलाल (21) कंजौली थाना बालगढ़ करौली के रहने वाले हैं।

     करौली एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि गश्त के दौरान हिंडौन सिटी थाने के एसआई मोहन सिंह को मुखबिर से सूचना मिली की ऑन लाईन ठगी करने वाली मेवात साईड की गैंग के कुछ सदस्य बस स्टैण्ड पर आये हुए है। सूचना पर टीम ने बस स्टेण्ड पहुंच सन्दिग्ध जुबेर खांन, उमर मेव व जीवन गुर्जर को डिटेन कर आने का कारण पूछा तो संतोषप्रद जबाब नहीं देने पर शक के आधार पर तलाशी ली तो उनके पास 05 मोबाईल व अलग अलग बैंकों के कुल 12 एटीएम कार्ड व मोबाईलों में लगी सिमों के अलावा कुल 04 फर्जी सिम कार्ड मिले।

*करौली का जीवन गुर्जर लोगों के एटीएम ठगों को उपलब्ध कराता*

     तीनों को थाने लाकर गहनता से पूछताछ की गई तो जुबेर मेव व उमर मेव ने बताया कि वे लोगों की फेसबुक आईडी हैक करके, व्हाॅट्सअप काॅल कर अश्लील वीडियो बना ब्लैकमेलिंग करके व व्हाट्सअप पर क्यूआर कोड भेज कर रूपये ट्रांसफर करवाके ऑन लाईन ठगी का काम करते हैं। उनको जीवन गुर्जर एटीएम कार्ड उपलब्ध करवाता है। जीवन अपने गाॅव के व अन्य लोगों के बैंकों में खाता खुलवा कर एटीएम कार्ड उन्हें देता है। फिर हम उन्हीं खातों में ऑनलाईन ठगी के रूपये डलवाते हैं और उनको एटीएम के माध्यम से निकाल लेते हैं।

*खाता धारक को 3-4 हजार रूपये प्रत्येक महीने के एवं जीवन गुर्जर को प्रति कार्ड 2 हजार रूपये मिलते*

     खाता धारक को 3-4 हजार रूपये प्रत्येक महीने के हिसाब से एवं जीवन गुर्जर को 2 हजार रूपये प्रत्येक एटीएम कार्ड के हिसाब से दिये जाते हैं। आज भी जीवन गुर्जर ने उनको एटीएम देने के लिये हिण्डौन सिटी बुलाया था। इस पर तीनों को गिरफ्तार कर आईपीसी व आईटी एक्ट में मामला पंजीबद्ध किया गया। तीनों से पूछताछ की जा रही है। जिनसे ठगी की काफी वारदातों के खुलने की संभावना है। 

*ऐसे की जाती है ठगी की वारदात-*

1. फेसबुक हैक करके ऑनलाईन ठगीः-  प्रारम्भिक पूछताछ में सामने आया है कि जिस व्यक्ति की फेसबुक आईडी व पासवर्ड सेम मोबाईल नम्बर होते है उस आईडी को हैक कर उसके फ्रेन्ड लिस्ट में मौजूद लोगों को मैसेंजर द्वारा चैट करके कभी पत्नि बीमार होने का झांसा देकर एवं कभी कोई जरूरी कार्य होने का झांसा देकर, व किसी दोस्त के एक्सीडेन्ट होने की सूचना का झांसा देकर उनसे रूपये डलवाने के लिये फोनपे नम्बर, अकाउण्ट आदि देकर ठगी करते हैं। 

2. स्क्रीन रिकाॅर्डिंग कर ब्लैकमेल करके ऑनलाईन ठगीः-  ठग अपने मोबाईल से लोगों से व्हाट्सअप पर चैट करते हैं और फिर वीडियो काॅल करके दूसरे मोबाईल में किसी लडकी की अर्द्धनग्न वीडियो चलाकर उसकी स्क्रीन रिकाॅर्डिंग कर वीडियो व्हाट्स अप पर भेजकर उससे रूपयों की माॅग करके ब्लैकमेल करते हैं।

3. क्यूआर कोड भेजकर ऑनलाईन ठगीः-   ठग अपने मोबाईलों से किसी भी मोबाईल पर कॉल करते हैं और लोगों को पहचानने के लिये कहते हैं और उनको झांसा देकर कोई अति आवश्यक कार्य होने व अन्य प्रकार की फर्जी घटना बताकर उसे व्हाट्सअप पर क्यू आर कोड भेजकर ऑनलाईन ठगी करने का काम करते हैं।

                   

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