डेज ऑफ़ प्राइड अभियान से प्राउड ऑफ़ राजस्थान तक

डेज ऑफ़ प्राइड अभियान से प्राउड ऑफ़ राजस्थान तक


 

 पैडमैन ऑफ़ राजस्थान अखिलेश माहेश्वरी चला रहे हैं विश्व महावारी दिवस पर विशेष अभियान



जयपुर । राजस्थान के समाज-परिवार में जहां मासिक धर्म के बारे में बात करना तक वर्जित है, वहां लड़कियों और महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे मासिक धर्म के बारे में जागरूकता लाना एक कठिन काम है, लेकिन एक व्यक्ति जिनका नाम अखिलेश माहेश्वरी हैं, पिछले 14 वर्षों से अथक प्रयास कर रहे है । उनके कैंपेन ‘डेज़ ऑफ प्राइड' से मासिक धर्म के बारे में जागरूक करने व निशुल्क पैड वितरण कार्यक्रम के कारण आज वे 'पैडमैन ऑफ राजस्थान' नाम से मशहूर हैं । इस कैंपेन ने लड़कियों और महिलाओं के बीच मासिक धर्म स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण जागरूकता फैलाई है । यह कैंपेन लड़कियों और महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधित जागरूकता और स्वावलंबन के लिए प्रेरित करने की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है । आज उनके प्रयासों से लाखों महिलाओं और लड़कियों को फायदा पहुंचा है, और मासिक धर्म संबंधित मिथकों और भ्रांतियों से मुक्ति प्राप्त हुई है ।


सामाजिक सरोकार के कार्यों के लिए  माहेश्वरी को राजस्थान सरकार के अलावा विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी संगठनों द्वारा समाज सेवा के लिए सम्मानित किया गया है । साथ ही, बालश्रम एवं बाल दुरव्यापार रोकथाम उच्चअधिकार प्राप्त समिति के विषय विशेषज्ञ सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया हैं । उन्हें स्वतंत्र सदस्य के रूप में भारतीय सर्वेक्षण विभाग जयपुर द्वारा महिला हिंसा और यौन उत्पीड़न शिकायत निवारण समिति में भी नियुक्त किया गया है । इसके अलावा ये TEDx स्पीकर भी हैं । 


मासिक धर्म जागरूकता और स्वच्छता को बढ़ावा देने के प्रयास में, नया सवेरा द्वारा 21 मई को गिरधारीपुरा बस्ती से शुरू किये गए 'कैंपेन डेज ऑफ प्राइड' को 31 मई तक शहर की विभिन्न बस्तियों में विशेष अभियान की तरह चलाया जायेगा । इस व्यापक अभियान का उद्देश्य लड़कियों और महिलाओं के बीच मासिक धर्म स्वास्थ्य प्रबंधन के महत्वपूर्ण मुद्दे को संबोधित करना है । स्वयंसेवकों और स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं की एक समर्पित टीम के नेतृत्व में, अभियान में मासिक धर्म स्वास्थ्य प्रबंधन, सैनिटरी पैड तक पहुंच प्रदान करने पर प्राथमिक ध्यान देने के साथ विभिन्न पहल शामिल हैं । 

नया सवेरा के डायरेक्टर अखिलेश माहेश्वरी ने बताया की कैंपेन के दौरान, 10 हजार से अधिक लड़कियों और महिलाओं तक पहुंचने का लक्ष्य हैं, साथ ही आवश्यक सैनिटरी पैड निःशुल्क वितरित किये जा रहे हैं । सैनिटरी पैड के वितरण द्वारा न केवल मासिक धर्म स्वच्छता उत्पादों की आवश्यकता पर ध्यान दिलाया, बल्कि समुदाय में मासिक धर्म के बारे में भ्रांतिपूर्ण कलंक को तोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में भी काम किया हैं। सैनिटरी पैड वितरण के साथ-साथ मासिकधर्म पर शैक्षिक कार्यशालाएं और जागरूकता सत्र भी आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें मासिक धर्म स्वास्थ्य, स्वच्छता प्रथाओं और सैनिटरी पैड के उचित उपयोग के बारे में बहुमूल्य जानकारी दी रही हैं। इस कैंपेन का उद्देश्य लड़कियों और महिलाओं को आत्मविश्वास और सम्मान के साथ अपने मासिक धर्म स्वास्थ्य का प्रबंधन करने के लिए ज्ञान और संसाधनों के साथ सशक्त बनाना है। कैंपेन द्वारा सैनिटरी पैड के वितरण, मासिक धर्म स्वास्थ्य के बारे में खुली चर्चा के लिए एक सहायक वातावरण को बढ़ावा देने और मासिक धर्म से जुड़ी लंबे समय से चली आ रही वर्जनाओं को तोड़ने तक फैला रहे हैं । महिलाओं के स्वास्थ्य के इस बुनियादी पहलू को संबोधित करके, अभियान समुदाय के भीतर समग्र कल्याण और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने में योगदान दे रहा हैं ।


नया सवेरा की फाउंडर और डायरेक्टर श्रीमती मीनाक्षी अग्रवाल ने बताया की संस्था द्वारा सन 2012 से ‘कैंपेन डेज ऑफ़ प्राइड’ चलाया जा रहा हैं इसके तहत बस्तियों, गांवों और ढाणियों में मासिक स्वास्थ्य जागरूकता प्रशिक्षण, बैठकें और रैलियां आयोजित करके महावारी के बारे फैली भ्रांतियों के प्रति जागरूकता ला रहे हैं । अब तक 15 लाख से अधिक लड़कियाँ एवं महिलाएँ लाभान्वित हो चुकी हैं तथा 17 लाख से अधिक सेनेटरी पैड निःशुल्क वितरित किये जा चुके हैं । वर्तमान में संस्था द्वारा 5 बस्तियों में स्थाई पैड बैंक और 10 बस्तियों में मासिक वितरण जा रहा हैं । हमने ‘पैड यात्रा कार्यक्रम’ के तहत पिछले दो वर्षों से लगातार, भारतीय स्टेट बैंक CSR के सहयोग से सम्पूर्ण राजस्थान के 36 जिलों के सरकारी विद्यालयों की छात्राओं और शिक्षिकाओं को महावारी के दौरान स्वच्छता जागरूकता का प्रशिक्षण दिया और पुन: उपयोग योग्य (रि-यूजेबल) 48000 से अधिक सेनेटरी पैड का वितरण किया ।




Comments

Popular posts from this blog

नाहटा की चौंकाने वाली भविष्यवाणी

नाहटा को कई संस्थाएं करेंगी सम्मानित

टी- 20 वर्ल्ड कप का विजेता भारत बन सकता है- दिलीप नाहटा