जुलाई 2025 से लेकर नवंबर 2025 तक एस्ट्रोलॉजर दिलीप नाहटा द्वारा लिखी गई भविष्यवाणीयां

 जुलाई 2025 से लेकर नवंबर 2025 तक  एस्ट्रोलॉजर दिलीप नाहटा द्वारा लिखी गई भविष्यवाणियां 



नाहटा द्वारा बनाई गई भविष्यवाणी की मशीन ने जुलाई  से लेकर नवंबर 2025 के मध्य में घटित होने वाली घटनाओं के  सांकेतिक आंकडों से दिए पूर्वानुमान 


ब्यावर । पिछले 12 वर्षों के दौरान ब्यावर के एस्ट्रोलॉजर एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ दिलीप नाहटा की 300 से अधिक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीयस्तर की भविष्यवाणीयां सत्य साबित हो चुकी है एवं 2013 में इंसान के हाथ की रेखाओं को पढ़कर भविष्य करने वाली विश्व की पहली हस्तरेखा मशीन का आविष्कार एवं 2023 में विश्व के 195 देशों की भविष्यवाणी करने वाली मशीन का आविष्कार भी कर चुके हैं ।

राजस्थान के कई बड़े बांधों के छलकने के योग -- बांसवाड़ा का माही बांध एवं कोटा का गांधी सागर बांध , जवाहर सागर बांध , कोटा बैराज , राणा प्रताप सागर बांध एवं टोंक जिले में देवली के पास बना बीसलपुर बांध के लबालब होकर एक बार फिर से छलकने के योग बनते है एवं पश्चिमी राजस्थान में स्थित जवाई बांध के कई वर्षों के बाद छलकने के योग बन सकते है एवं उपरोक्त दिए गए ऐसे योग जुलाई , अगस्त , सितंबर 2025 के महीनों के इन वारों में ही घटित होते देखे जा सकते हैं , जैसे --  मंगलवार के दिन , गुरुवार के दिन , शुक्रवार के दिन एवं शनिवार के दिन ।

राजस्थान में भी अच्छी बारिश होने के योग परंतु कुछ जिलों में बाढ़ के हालात -- राजस्थान के निम्न जिलों में जैसे -- अजमेर , पुष्कर , नागौर , जयपुर , ब्यावर , जोधपुर , पाली , सिरोही , माउंटआबू  ,जालौर , बीकानेर , बांसवाड़ा , डूंगरपुर , प्रतापगढ़ , उदयपुर , राजसमंद , कोटा , बूंदी , सवाई माधोपुर , झालावाड़  , भीलवाड़ा  , चित्तौड़ , मारवाड़ जंक्शन एवं राजस्थान के रेगिस्तानी इलाकों में जैसे बाड़मेर , जैसलमेर , बालोतरा में एवं शेखावाटी क्षेत्र सीकर , झुंझुनू , चूरू इत्यादि जिलों में भी अच्छी बारिश होने के साथ-साथ कुछ जिलों में बाढ़ आने के हालात भी बन सकते हैं एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों की नदियों के उफान पर बहने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के तालाबों की चादर चलने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के एनीकटों की भी चादर चलने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के कई छोटे बड़े बांधों के गेट भी खोलने पड़ सकते है एवं उपरोक्त जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से एवं बाढ़ के कारण पुल टूटने से जनहानी होने एवं बाढ़ में गाड़ियों के बह जाने से भी जनहानी होने से एवं तालाब या बांध के टूटने के कारण भी भारी तबाही भी देखने को मिल सकती है एवं राजस्थान राज्य के कुछ पहाड़ी क्षेत्रों में जैसे माउंट आबू और अन्य पहाड़ी क्षेत्रों में चट्टाने खिसकने एवं भूस्खलन होने से जनहानि होने के योग भी देखने को मिल सकते हैं , उपरोक्त दिए गए ऐसे योग जुलाई , अगस्त , सितंबर 2025 के महीनों के इन वारों में ही घटित होते देखे जा सकते हैं , जैसे --  मंगलवार के दिन , गुरुवार के दिन , शुक्रवार के दिन एवं शनिवार के दिन ।

मध्य प्रदेश में भी अच्छी बारिश होने के योग परंतु कुछ जिलों में बाढ़ के हालात -- मध्य प्रदेश के निम्न जिलों में जैसे -- ग्वालियर , मंदसौर , नीमच , रतलाम , इंदौर , उज्जैन , बालाघाट , जबलपुर , देवास , भोपाल इत्यादि जिलों में भी अच्छी बारिश होने के साथ-साथ कुछ जिलों में बाढ़ आने के हालात भी बन सकते हैं एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों की नदियों के उफान पर बहने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के तालाबों की चादर चलने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के एनीकटों की भी चादर चलने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के कई छोटे बड़े बांधों के गेट भी खोलने पड़ सकते है एवं उपरोक्त जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से एवं बाढ़ के कारण पुल टूटने से जनहानी होने एवं बाढ़ में गाड़ियों के बह जाने से भी जनहानी होने से एवं तालाब या बांध के टूटने के कारण भी भारी तबाही भी देखने को मिल सकती है एवं मध्य प्रदेश राज्य के कुछ पहाड़ी क्षेत्रों में चट्टाने खिसकने एवं भूस्खलन होने से जनहानि होने के योग भी देखने को मिल सकते हैं , उपरोक्त दिए गए ऐसे योग जुलाई , अगस्त , सितंबर 2025 के महीनों के इन वारों में ही घटित होते देखे जा सकते हैं , जैसे --  मंगलवार के दिन , गुरुवार के दिन , शुक्रवार के दिन एवं शनिवार के दिन ।

गुजरात में भी अच्छी बारिश होने के योग परंतु कुछ जिलों में बाढ़ के हालात -- गुजरात एवं सौराष्ट्र के निम्न जिलों में जैसे -- सूरत , डांग , वलसाड , नवसारी एवं बड़ौदा , आनंद , भरूच , बनासकांठा , सुरेंद्रनगर , राजकोट , जामनगर , जूनागढ़ , अहमदाबाद , गांधीनगर इत्यादि जिलों में भी अच्छी बारिश होने के साथ-साथ कुछ जिलों में बाढ़ आने के हालात भी बन सकते हैं एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों की नदियों के उफान पर बहने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के तालाबों की चादर चलने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के एनीकटों की भी चादर चलने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के कई छोटे बड़े बांधों के गेट भी खोलने पड़ सकते है एवं उपरोक्त जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से एवं बाढ़ के कारण पुल टूटने से जनहानी होने एवं बाढ़ में गाड़ियों के बह जाने से भी जनहानी होने से एवं तालाब या बांध के टूटने के कारण भी भारी तबाही भी देखने को मिल सकती है एवं सौराष्ट्र एवं गुजरात राज्य के कुछ पहाड़ी क्षेत्रों में जैसे डांग एवं अन्य पहाड़ी क्षेत्रों में चट्टाने खिसकने एवं भूस्खलन होने से जनहानि होने के योग भी देखने को मिल सकते हैं , उपरोक्त दिए गए ऐसे योग जुलाई , अगस्त , सितंबर 2025 के महीनों के इन वारों में ही घटित होते देखे जा सकते हैं , जैसे --  मंगलवार के दिन , गुरुवार के दिन , शुक्रवार के दिन एवं शनिवार के दिन ।

दिल्ली में भी अच्छी बारिश होने के योग -- दिल्ली में यमुना नदी के उफान पर बहने से दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात भी बन सकते हैं एवं उपरोक्त दिए गए ऐसे योग जुलाई , अगस्त , सितंबर 2025 के महीनों के इन वारों में ही घटित होते देखे जा सकते हैं , जैसे --  मंगलवार के दिन , गुरुवार के दिन , शुक्रवार के दिन एवं शनिवार के दिन ।

महाराष्ट्र , छत्तीसगढ़ , पंजाब , हरियाणा में भी अच्छी बारिश होने के योग परंतु इन राज्यों के कुछ जिलों में बाढ़ के हालात ---  महाराष्ट्र के निम्न जिलों में जैसे -- आकोला , अमरावती , अहमदनगर , औरंगाबाद , कोल्हापुर , जलगांव , नासिक , नागपुर , पुणे , रत्नागिरी , यवतमाल , सांगली , रायगढ़ , मुंबई , सातारा , सोलापुर , नंदुरबार एवं छत्तीसगढ़ के निम्न जिलों में जैसे -- रायगढ़ , बिलासपुर , दुर्ग , बस्तर , बीजापुर , दंतेवाड़ा , रायपुर एवं पंजाब के निम्न जिलों में जैसे -- गुरदासपुर , अमृतसर , जालंधर , लुधियाना , फिरोजपुर , पटियाला , कपूरथला , बठिंडा एवं हरियाणा के निम्न जिलों में जैसे -- सिरसा , हिसार , रेवाड़ी , फरीदाबाद , सोनीपत , पानीपत , करनाल , कुरुक्षेत्र , अंबाला , पंचकूला इत्यादि जिलों में भी अच्छी बारिश होने के साथ-साथ कुछ जिलों में बाढ़ आने के हालात भी बन सकते हैं एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों की नदियों के उफान पर बहने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के तालाबों की चादर चलने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के एनीकटों की भी चादर चलने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के कई छोटे बड़े बांधों के गेट भी खोलने पड़ सकते है एवं उपरोक्त जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से एवं बाढ़ के कारण पुल टूटने से जनहानी होने एवं बाढ़ में गाड़ियों के बह जाने से भी जनहानी होने से एवं तालाब या बांध के टूटने के कारण भी भारी तबाही भी देखने को मिल सकती है एवं उपरोक्त दिए गए इन राज्यों के कुछ पहाड़ी क्षेत्रों में चट्टाने खिसकने एवं भूस्खलन होने से जनहानि होने के योग भी देखने को मिल सकते हैं , उपरोक्त दिए गए ऐसे योग जुलाई , अगस्त , सितंबर 2025 के महीनों के इन वारों में ही घटित होते देखे जा सकते हैं , जैसे --  मंगलवार के दिन , गुरुवार के दिन , शुक्रवार के दिन एवं शनिवार के दिन ।

हिमाचल प्रदेश , उत्तराखंड एवं जम्मू कश्मीर , असम ,  अरुणाचल प्रदेश एवं सिक्किम में बाढ़ आने एवं भूस्खलन होने के योग --- हिमाचल प्रदेश के निम्न जिलों में जैसे -- चंबा , कांगड़ा , सोलन , शिमला , मंडी , कुल्लू  एवं उत्तराखंड के निम्न जिलों में जैसे -- देहरादून ,  टिहरी , गढ़वाल , उत्तरकाशी , रुद्रप्रयाग , हरिद्वार , गढ़वाल , चमोली , अल्मोड़ा , नैनीताल , पिथौरागढ़ , चंपावत एवं जम्मू कश्मीर में अनंतनाग , श्रीनगर , पुलवामा , बारामूला , सोपोर , रामबन , कुपवाड़ा एवं जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चट्टानें गिरने एवं भूस्खलन होने एवं असम के निम्न जिलों में जैसे --  लखीमपुर , डिब्रूगढ़ , जोरहाट , तिनसुकिया , कोकराझार , गुवाहाटी में एवं अरुणाचल प्रदेश में पश्चिमी कामेंग, कामले, निचले और ऊपरी सुबनसिरी, पापुम पारे , दिबांग घाटी , निचली दिबांग घाटी , लोहित , चांगलांग , क्रा दादी , कुरुंग कुमेय और लोंगडिंग एवं सिक्किम इत्यादि जिलों में भी अच्छी बारिश होने के साथ-साथ कुछ जिलों में बाढ़ आने के हालात भी बन सकते हैं एवं बादल फटने से भी तबाही का मंजर देखने को मिल सकता है एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों की नदियों के उफान पर बहने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के तालाबों की चादर चलने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के एनीकटों की भी चादर चलने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के कई छोटे बड़े बांधों के गेट भी खोलने पड़ सकते है एवं उपरोक्त जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से एवं बाढ़ के कारण पुल टूटने से जनहानी होने एवं बाढ़ में गाड़ियों के बह जाने से भी जनहानी होने से एवं तालाब या बांध के टूटने के कारण भी भारी तबाही भी देखने को मिल सकती है एवं उपरोक्त दिए गए इन राज्यों के कुछ पहाड़ी क्षेत्रों में चट्टाने खिसकने एवं भूस्खलन होने से जनहानि होने के योग भी देखने को मिल सकते हैं , उपरोक्त दिए गए ऐसे योग जुलाई , अगस्त , सितंबर 2025 के महीनों के इन वारों में ही घटित होते देखे जा सकते हैं , जैसे --  मंगलवार के दिन , गुरुवार के दिन , शुक्रवार के दिन एवं शनिवार के दिन ।

उत्तर प्रदेश एवं बिहार में भी अच्छी बारिश होने के योग परंतु कुछ जिलों में बाढ़ के हालात -- उत्तर प्रदेश के निम्न जिलों में जैसे -- गाजियाबाद , मेरठ , आगरा , मुरादाबाद , पीलीभीत , फिरोजाबाद , हाथरस , अलीगढ़ , लखनऊ , मथुरा , बरेली , गोरखपुर , वाराणसी , कानपुर , इटावा , झांसी , इलाहाबाद एवं बिहार के निम्न जिलों में जैसे औरंगाबाद , गया , नवादा , नालंदा , पटना , समस्तीपुर , दरभंगा , मधुबनी , सीतामढ़ी , वैशाली , भागलपुर , पूर्णिया , कटिहार , कोसी नदी में बाढ़ आने के कारण एवं उपरोक्त दिए गए इत्यादि जिलों में भी अच्छी बारिश होने के साथ-साथ कुछ जिलों में बाढ़ आने के हालात भी बन सकते हैं एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों की नदियों के उफान पर बहने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के तालाबों की चादर चलने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के एनीकटों की भी चादर चलने एवं उपरोक्त दिए गए इन जिलों के कई छोटे बड़े बांधों के गेट भी खोलने पड़ सकते है एवं उपरोक्त जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से एवं बाढ़ के कारण पुल टूटने से जनहानी होने एवं बाढ़ में गाड़ियों के बह जाने से भी जनहानी होने से एवं तालाब या बांध के टूटने के कारण भी भारी तबाही भी देखने को मिल सकती है एवं उपरोक्त दिए गए इन राज्यों के कुछ पहाड़ी क्षेत्रों में चट्टाने खिसकने एवं भूस्खलन होने से जनहानि होने के योग भी देखने को मिल सकते हैं , उपरोक्त दिए गए ऐसे योग जुलाई , अगस्त , सितंबर 2025 के महीनों के इन वारों में ही घटित होते देखे जा सकते हैं , जैसे --  मंगलवार के दिन , गुरुवार के दिन , शुक्रवार के दिन एवं शनिवार के दिन ।

केरल में बाढ़ आने एवं चट्टाने खिसकने एवं भूस्खलन होने के योग ---  केरल में वायनाड जिले में एवं मुंडक्कई , मेप्पडी और चूरलमाला , नूलपुझा कस्बे में एवं केरल के अन्य जिलों में भी ऐसे योग जुलाई , अगस्त 2025 के महीनों के इन वारों में ही घटित होते देखे जा सकते हैं , जैसे -- मंगलवार के दिन , गुरुवार के दिन , शुक्रवार के दिन एवं शनिवार के दिन ।

भारत में साइक्लोन तूफान आने के योग --- भारत में चक्रवाती तूफान आने के योग --- पृथ्वी में तरह तरह की आपदाएं एवं घटनाएं घटती होती रहती है परंतु चक्रवाती तूफान भी एक प्राकृतिक आपदा है जो हर वर्ष तबाही मचाते रहते हैं , चक्रवाती तूफान की गणनाओ को  ज्योतिषीय दृष्टिकोण से देखें तो भारत में ये चक्रवाती तूफान अगस्त , सितंबर , अक्टूबर और नवंबर में आ सकते हैं परंतु मुख्य रूप से यह संकेत 18 अगस्त 2025 से लेकर 30 नवंबर 2025 के मध्य में ये चक्रवाती तूफान आ सकते हैं , ज्योतिषीय दृष्टिकोण को देखे तो इस वर्ष 2025 में भारत में ऐसे कम से कम एक तो अवश्य ही चक्रवाती तूफान आने के योग बन रहे हैं और अधिकतम दो या तीन तक चक्रवाती तूफान भारत में आ सकते हैं , भारत में चक्रवार्ती तूफान आने से इन तटीय क्षेत्रों को काफी नुकसान भी हो सकता है जैसे अरब सागर से ऊठे चक्रवाती तूफान का असर महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्र मुंबई , अलीबाग , ठाने , पालघर , रायगढ़ , सिंधुदुर्ग , रत्नागिरी , सतारा , कोल्हापुर , गोवा के तटीय क्षेत्र ,  पणजी , कोंकण के तटीय क्षेत्र एवं दमन , दीव , गुजरात के तटीय क्षेत्र वलसाड , सूरत एवं सौराष्ट्र के तटीय क्षेत्र भावनगर , पोरबंदर , नलिया , वेरावल , मांगरोल , कांडला एवं कच्छ एवं कर्नाटक के तटीय क्षेत्र चिकमंगलूरु , शिवमोगा , उडुपी , भटकल , हसन एवं केरल के तटीय क्षेत्र तक चक्रवार्ती तूफान का असर हो सकता है , इसके अलावा बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान का असर पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में एवं कोलकाता एवं उत्तर एवं दक्षिण परगना , पूर्वी मिदनापुर , उड़ीसा के तटीय इलाकों में एवं भुवनेश्वर , बालासोर एवं आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्र विशाखापट्टनम एवं तमिलनाडु के तटीय क्षेत्र चेन्नई , कांचीपुरम , महाबलीपुरम , पांडिचेरी , रामेश्वरम एवं अंडमान निकोबार के दीप समूह तक चक्रवार्ती तूफान का असर बन सकता है , जिससे इन इलाकों में काफी तबाही होने के योग भी बन सकते हैं एवं इसके अलावा इन क्षेत्रों में साइक्लोन तूफान से अत्यधिक बारिश होने से तटीय क्षेत्रों में बाढ़ आने से एवं आकाशीय बिजली गिरने से एवं चट्टानें खिसकने से एवं भूस्खलन जैसी आपदाएं भी घट सकती है एवं उपरोक्त दिए गए ऐसे योग सितंबर , अक्टूबर 2025 के महीनों के इन वारों में ही घटित होते देखे जा सकते हैं , जैसे --  मंगलवार के दिन , गुरुवार के दिन , शुक्रवार के दिन एवं शनिवार के दिन एवं नोट - इसके अलावा केवल और केवल नवंबर एवं दिसंबर 2025 के महीनों के इन वारों में तमिलनाडु के तटीय क्षेत्र चेन्नई , कांचीपुरम , महाबलीपुरम , पांडिचेरी , रामेश्वरम एवं अंडमान निकोबार के दीप समूह तक चक्रवार्ती तूफान के आने का योग बन सकता है एवं चक्रवार्ती साइक्लोन तूफान आने से एवं अत्यधिक बारिश होने से तटीय क्षेत्रों में बाढ़ आने से एवं आकाशीय बिजली गिरने से एवं चट्टानें खिसकने से भूस्खलन होने के योग भी घटित होते देखे जा सकते हैं , जैसे --  मंगलवार के दिन , गुरुवार के दिन , शुक्रवार के दिन एवं शनिवार के दिन ।

युद्ध की स्थिति -- विश्व विख्यात भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस  एवं बाबा बेंगा के अनुसार 2025 में थर्ड वर्ल्ड वॉर या विश्व युद्ध भी हो सकता है  परंतु राजस्थान में ब्यावर जिले के एस्ट्रोलॉजर दिलीप नाहटा के अनुसार 2025 में थर्ड वर्ल्ड वॉर या विश्व युद्ध जैसे कोई भी योग नहीं बनते है परंतु ईरान एवं इजराइल का ये युद्ध 25 जून 2025 से लेकर 26 जुलाई 2025 के मध्य में ये युद्ध कभी भी रुक सकता है यानी सीज फायर हो सकता है और हमारे द्वारा जारी की गई इस समय अवधि मे भी ये युद्ध नही रुका तो फिर आगे जाकर लंबे समय तक चल सकता है , इसके अलावा जुलाई 2025 से लेकर दिसंबर 2025 के मध्य में भारत एवं पाकिस्तान में कोई भी युद्ध जैसे योग नही बनते है , इसके अलावा केवल उत्तर कोरिया एवं दक्षिण कोरिया के बीच में युद्ध के आसार भी बन सकते हैं एवं उत्तर कोरिया दक्षिण कोरिया पर आक्रामक रूप से मिसाइल हमले करके एवं रॉकेट हमले करके युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न कर सकता है एवं उत्तर कोरिया परमाणु परीक्षण करके दुनिया को डरा भी सकता है , ऐसे योग जुलाई , अगस्त एवं दिसंबर 2025 के महीनों में घटित होते देखे जा सकते हैं एवं 2025 में आर्मेनिया एवं अज़रबैजान के मध्य में लड़ाई होने की संभावना भी बन सकती है , इसके अलावा इजराइल , हमास , गाजा , सीरिया , फिलिस्तीन के मध्य में युद्ध होने के योग भी देखने को मिल सकते हैं , इसके अलावा चीन एवं ताइवान के मध्य में युद्ध जैसे हालात भी बन सकते हैं एवं इसके अलावा रूस एवं यूक्रेन के मध्य युद्ध 03 वर्षों से लगातार जारी है और यह युद्ध 2025 में या फिर 2026 में बिल्कुल बंद होकर रुक जाएगा ।

ब्यावर के एस्ट्रोलॉजर दिलीप नाहटा ने ज्योतिष के क्षेत्र में दो तरह के अनोखे एवं अद्भुत आविष्कार करके बनाया एक नया विश्व कीर्तिमान 


पहला आविष्कार -- साल 2013 में हस्तरेखा लैब का निर्माण करके विश्व का किया पहला आविष्कार 


दूसरा आविष्कार -- साल 2023 में भविष्यवाणी करने वाली लैब का निर्माण करके विश्व का किया पहला आविष्कार  


इन दोनों ही आविष्कारों को ज्योतिष के क्षेत्र में एक बड़ी खोज के रूप में देखा जा रहा है ।


( 01 ). परिचय -- राजस्थान में ब्यावर जिले के एस्ट्रोलॉजर एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ दिलीप नाहटा ने करीब 08 वर्षों तक आईसीआईसीआई बैंक में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर रहने के बाद साल 2012 में बैंक से वी.आर.एस लेकर एस्ट्रोलॉजी के क्षेत्र को चुना था एवं इसके बाद साल 2013 में ज्योतिष में हस्तरेखाओं के माध्यम से इंसान के भविष्य के बारे में घटने वाली घटनाओं को बताने वाली हस्तरेखा मशीन का आविष्कार करके एवं साल 2023 में भारत सहित विश्व के सभी 195 देशों के भविष्य के बारे में घटने वाली घटनाओं के बारे में पूर्वानुमान देकर भविष्यवाणी करने वाली मशीन का आविष्कार करके ज्योतिष के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है एवं पिछले 18 वर्षों के दौरान एस्ट्रोलॉजर एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ दिलीप नाहटा द्वारा की गई सैकड़ो भविष्यवाणीयां भी सत्य साबित हो चुकी है , जिसे ज्योतिष के क्षेत्र में पूरे भारतवर्ष में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है ।


( 02 ). साल 2013 में नाहटा ने इंसान के बारे में भविष्यवाणी करने वाली विश्व की पहली हस्तरेखा मशीन को बनाकर ज्योतिष के क्षेत्र में किया एक नया आविष्कार --- साल 2013 के फरवरी महीने में ब्यावर जिले के एस्ट्रोलॉजर एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ दिलीप नाहटा ने ज्योतिष में हस्तरेखा के क्षेत्र में इंसान की हस्तरेखाओं के आधार पर सटीक भविष्यवाणी करने वाली विश्व की पहली पोर्टेबल साइंटिफिक हस्तरेखा मशीन बना करके ब्यावर का नाम न केवल राजस्थान में ही नही अपितु  पूरे देशभर में प्रसिद्ध एवं विख्यात किया है , नाहटा द्वारा की गई यह खोज ज्योतिष में हस्तरेखा के क्षेत्र में विश्व की पहली वैज्ञानिक खोज मानी जा रही है , जो पूरे ब्यावर जिले की जनता के साथ - साथ पूरे जैन समाज के लिए एवं पूरे राजस्थान के लिए एवं पूरे राष्ट्र के लिए एक गौरव की बात है , ज्ञात रहे की साल 2013 में नाहटा द्वारा बनाई गई इस प्रोटेबल साइंटिफिक हस्तरेखा मशीन का नाम ( "गुरु हस्ती हस्तरेखा लैब , पार्ट नम्बर -- वन" ) रखा गया था , जिसे नाहटा ने इस हस्तरेखा मशीन के द्वारा भारतीय ऋषि मुनियों द्वारा दी गई ज्योतिष विद्या को पूरी तरह से साइंटिफिक रूप से पेश किया है और इस हस्तरेखा मशीन से इंसान के भूतकाल , वर्तमान काल और भविष्य काल के बारें में वैज्ञानिक तरीके से सटीक जानकारी देकर एस्ट्रोलॉजर दिलीप नाहटा भारतीय ऋषि मुनियों के द्वारा दिए गए इस ज्योतिषीय ज्ञान का न केवल सम्मान बढ़ा रहे हैं अपितु भारतीय ऋषि मुनियों के पति लोगों को दीवाना भी बना रहें हैं और साइंटिफिक हस्तरेखा मशीन के द्वारा जनता अब यह मानने भी लगी है कि भारत वाकई विश्व गुरु था और भारतीय ऋषि मुनियों द्वारा दिया गया यह ज्योतिषीय ज्ञान वाकई काबिले तारीफ भी था यानी आर्यभट्ट ,  वराहमिहिर , भृगु ऋषि , ऋषि पराशर , ऋषि अगस्त्य , महावीर , बुद्ध , राम , कृष्ण , हनुमान और शिव और अल्लाह , ईसा मसीह , गुरु नानक दुनिया के ज्ञान के कोहीनूर थे यानी इन सभी महर्षियों का सम्मान विश्व स्तर पर किया जाना चाहिए , गौरतलब है की फरवरी 2013 में नाहटा ने जब इंसान के हाथ की रेखाओं को पढ़कर इंसान के भविष्य के बारें में सटीक बातें बताने वाली इस हस्तरेखा मशीन को बनाया था तब नाहटा ने भी यह नही सोचा था की यही हस्तरेखा मशीन आगे जाकर देशभर में हस्तरेखा के क्षेत्र में तहलका मचा देगी और आज यही हस्तरेखा मशीन पिछले 12 वर्षों के दौरान वैज्ञानिक रूप से भारतवर्ष के हजारों लोगों के भविष्य की 70 प्रतिशत तक सटीक बातें बताकर उनका दिल जीत पाने में सफल साबित हो चुकी है और इसी वजह से वैज्ञानिक दृष्टिकोण के आधार पर बनाई गई इस हस्तरेखा मशीन को एक बहुत बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है ।


( 03 ). साल 2023 में नाहटा ने 195 देशों के भविष्य के बारे में पूर्वानुमान देने वाली विश्व की पहली भविष्यवाणी की मशीन को बनाकर ज्योतिष के क्षेत्र में किया एक नया आविष्कार --- साल 2023 के फरवरी महीने में ब्यावर जिले के एस्ट्रोलॉजर एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ दिलीप नाहटा ने भारत सहित विश्व के सभी 195 देशों के भविष्य के बारे में घटने वाली घटनाओं के बारे में पूर्वानुमान देकर भविष्यवाणी करने वाली विश्व की पहली पोर्टेबल साइंटिफिक भविष्यवाणी की मशीन को बना करके ब्यावर जिले का नाम न केवल राजस्थान में ही नही अपितु पूरे देशभर में प्रसिद्ध एवं विख्यात किया है , नाहटा के द्वारा किया गया उनके जीवन का यह दूसरा बड़ा वैज्ञानिक आविष्कार है यानी भारत सहित विश्व के सभी 195 देशों के भविष्य के बारे में घटने वाली घटनाओं के बारे में पूर्वानुमान देकर भविष्यवाणी करने वाली ये भविष्यवाणी की मशीन विश्व की पहली वैज्ञानिक खोज मानी जा रही है , जिसे अभी तक नासा एवं इसरो एवं संपूर्ण विज्ञान जगत भी मिलकर भविष्य को देखने वाली ऐसी भविष्यवाणी की लैब को नहीं बना पाएं है , जो पूरे ब्यावर जिले की जनता के साथ - साथ पूरे जैन समाज के लिए एवं पूरे राजस्थान के लिए एवं पूरे राष्ट्र के लिए एक गौरव की बात है , ज्ञात रहे की साल 2023 में नाहटा द्वारा बनाई गई भारत सहित विश्व के सभी 195 देशों के भविष्य के बारे में घटने वाली घटनाओं के बारे में पूर्वानुमान देकर भविष्यवाणी करने वाली इस प्रोटेबल साइंटिफिक भविष्यवाणी मशीन का नाम ( "गुरु हस्ती भविष्यवाणी लैब , पार्ट नम्बर -- वन" ) रखा गया था और इस भविष्यवाणी की मशीन से भारत सहित विश्व के सभी 195 देशों के भविष्य के बारे में घटने वाली घटनाओं के बारे में काफी हद तक एवं काफी करीब तक जानकारी आने वाले भविष्य में देखने को मिल सकती है , गौरतलब है की फरवरी 2023 में नाहटा ने इस पोर्टेबल साइंटिफिक भविष्यवाणी की मशीन को बनाया था तब नाहटा ने यह नही सोचा था की यह भारत सहित विश्व के सभी 195 देशों के भविष्य के बारे में घटने वाली घटनाओं के बारे में पूर्वानुमान देकर भविष्यवाणी करने वाली ये मशीन काफी हद तक सत्य भविष्यवाणीयां करेगी और इसके निर्माण करने के बाद लगभग 28 महीने बीत चुके हैं और इन 28 महीनों के भीतर भीतर इस भविष्यवाणी की मशीन ने जितनी भी भविष्यवाणी लिखी है । उसमें से 70 फीसदी तक भविष्यवाणीयां सत्य साबित हो चुकी है और इसी वजह से वैज्ञानिक दृष्टिकोण के आधार पर बनाई गई भारत सहित विश्व के सभी 195 देशों के भविष्य के बारे में घटने वाली घटनाओं के बारे में पूर्वानुमान देकर भविष्यवाणी करने वाली इस मशीन को एक बहुत बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है , ज्ञात रहे की साइंटिफिक रूप से भविष्यवाणी करने वाली ये लैब लगभग 48 इंच लंबी एवं 20 इंच चौड़ी एवं 20 इंच ऊंची है एवं इसका वजन 90 किलो के लगभग है एवं नाहटा द्वारा बनाई गई इस भविष्यवाणी की लैब में 11 प्रकार के पीतल के उपकरणों का एवं 116 प्रकार के तांबे के उपकरणों का एवं 625 प्रकार की छोटी एवं बड़ी मैग्नेटो का एवं 1408 जैन तीर्थंकरों के सिद्ध किए हुए छोटे एवं बड़े यंत्रों का इस्तेमाल किया गया है । वैज्ञानिकों के अनुसार जिस प्रकार पूरा ब्रह्मांड मैग्नेटिक ग्रेविटी से जुड़ा हुआ है । उसी प्रकार इस भविष्यवाणी करने वाली इस लैब में भी पीतल को , तांबे को , यंत्रों को एवं मैग्नेटों को इस तरह से डिजाइन करके लगाया गया है जो आपस में ब्रह्मांड की तरह से ही मैग्नेटिक ग्रेविटी से जुड़ी होंगी एवं ये चारों चीजों का कॉन्बिनेशन मिलकर ही भविष्य के बारें में अदृश्य तरंगे प्रसारित करेगी एवं ये भविष्यवाणी की लैब साइंटिफिक तौर से इन अदृश्य तरंगों के माध्यम से ही भविष्य में होने वाली घटनाओं को पहले से ही पकड़कर इंडिकेटर दे देगी यानी ये अदृश्य तरंगे इन चारों तरह के उपकरणों के माध्यम से इंडिकेटर देती रहेगी , उदाहरण के तौर पर भारत सहित 195 देश में - भूकंप कब आएगा , ज्वालामुखी का विस्फोट कब होगा , साइक्लोन तूफान कब आएगा एवं बाढ़ कब आएगी , बिजली कब गिरेगी , भूस्खलन कब होगा , हवाई जहाज दुर्घटना कब होगी एवं दुनियाभर के राजनीतिक चुनावों में किस पार्टी की जीत होगी एवं किस पार्टी की हार होगी एवं जनता के व्यापार में तेजी कब आएगी एवं मंदी कब आएगी एवं पृथ्वी पर तरह तरह के वायरसों का दुष्प्रभाव कब होगा एवं पृथ्वी पर युद्ध जैसी स्थितियां कब बनेगी आदि तरह - तरह की भविष्य में घटने वाली अनेकों घटनाओं के लिए ये भविष्यवाणी की लैब भारत सहित सभी 195 देशों के भविष्य के पूर्वानुमान देने में काफी हद तक कारगर साबित हो सकती है ।


( 04 ). नाहटा 27 स्थानों पर दे चुके है अपनी निशुल्क सेवाएं --- ब्यावर के एस्ट्रोलॉजर एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ दिलीप नाहटा ने पिछले 12 वर्षों के दौरान पूरे देशभर में 27 स्थानों पर जनहित एवं जनकल्याण की भावना से पोर्टेबल साइंटिफिक हस्तरेखा मशीन से सैकड़ो लोगों को बिल्कुल निशुल्क रूप से अपनी तरफ से बिल्कुल निशुल्क सेवाएं प्रदान कर चुके हैं एवं साथ में अपने स्वयं के द्वारा भी जनकल्याण की भावना से रुद्राक्ष एवं तरह - तरह के स्टोन एवं तरह - तरह की रेमेडीज इन निशुल्क कैम्पों के दौरान बिल्कुल निशुल्क रूप से जनता को वितरित भी कर चुके हैं ।


 ( 05 ). पिछले 12 वर्षों के दौरान नाहटा ने देशभर के हजारों लोगों को नॉनवेज एवं शराब छुड़वाकर व्यसन मुक्त बनाया --- ब्यावर जिले के एस्ट्रोलॉजर एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ दिलीप नाहटा ने पिछले 12 वर्षों के दौरान अपने द्वारा बनाई गई विश्व की एकमात्र पोर्टेबल साइंटिफिक हस्तरेखा लैब से भारत के कई हजार लोगों को उनके जीवन के बारे में उनके भविष्य को लेकर सटीक भविष्यवाणीयां करके उनको न केवल जीवनभर के लिए नॉनवेज एवं शराब से छुटकारा दिलवाया है , अपितु एक अच्छा इंसान भी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहें है ।


( 06 ).  अनेकों बड़े अवार्डों से भी सम्मानित हो चुके हैं --- नाहटा को पिछले 12 वर्षों के दौरान कुछ प्रमुख बड़े अवॉर्ड भी मिल चुके हैं जैसे 2015 में चंडीगढ़ के राज्यपाल श्री कप्तान सिंह जी सोलंकी से सम्मान मिलना , 2017 में गाजियाबाद में विदेश राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह जी से सम्मान मिलना , 26 जनवरी 2018 को गणतंत्र दिवस पर अजमेर जिला कलेक्टर श्री गौरव गोयल जी से सम्मान मिलना , 2019 में जयपुर में राजस्थान राज्य परिवहन मंत्री श्री प्रताप सिंह खाचरियावास जी से सम्मान मिलना , फरवरी 2020 में कुरुक्षेत्र में नास्त्रेदमस अवार्ड मिलना एवं दिसंबर 2020 में 2020 में मुंबई फिल्म इंडस्ट्रीज से लीजेंड दादा साहब फाल्के अवार्ड मिलना एवं 26 जनवरी 2025 को गणतंत्र दिवस पर ब्यावर जिला कलेक्टर श्री महेंद्र खड़गावत जी से सम्मान मिलना इत्यादि ।       


( 07 ). अभी तक सैकड़ों भविष्यवाणीयां सत्य साबित हो चुकी है --- नाहटा के द्वारा पिछले 18 वर्षों के भीतर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सैकड़ो भविष्यवाणियां भी सत्य साबित हो चुकी है जैसे 2007 में 20-20 वर्ल्ड कप क्रिकेट में भारत का विजेता बनना , 2008 में भारत का चंद्रयान मिशन का सफल होना , 2010 में 20-20 वर्ल्ड कप क्रिकेट में यूरोपीयन टीम का विजेता बनना , 2011 में वर्ल्ड कप क्रिकेट में भारतीय टीम का विजेता बनना , 2011 में सचिन की बड़ी इच्छा पूरी होना यानी 2011 में वर्ल्ड कप क्रिकेट का न केवल वें हिस्सा बने अपितु वर्ल्ड कप दिलवाने में अहम भूमिका भी अदा कर पाएं यानी अपने संपूर्ण कैरियर के दौरान सचिन की वर्ल्ड कप जीतने की पहली सबसे बड़ी इच्छा पूरी होना , 2012 में एशिया कप क्रिकेट के दौरान सचिन का महाशतक लगना , अक्टूबर 2012 में भारत में प्राकृतिक प्रकोप का होना यानी 31 अक्टूबर 2012 को भारत के आंध्र प्रदेश एवं तमिलनाडु में  नीलम जैसे चक्रवाती तूफान का आना , 2012 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में बराक ओबामा का दूसरी बार अमेरिकन राष्ट्रपति बनना , 2012 में दुनिया का नहीं होगा अन्त यानी माया कैलेंडर ने 2012 में दुनिया के अन्त होने की चेतावनी दी थी , 2012 में सचिन का एक दिवसीय क्रिकेट मैचों से संन्यास लेना , 2013 में कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनना , 2013 में पाकिस्तान में पी.एम.एल. की सरकार बनना , 2013 में फीफा कनफेडरेशंस कप फुटबॉल में ब्राजील का विजेता बनना , 2013 में एशिया कप हॉकी में दक्षिण कोरिया का विजेता बनना , ब्यावर विधानसभा सीट्स से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार का  विजयी होना यानी ब्यावर से शंकर सिंह रावत का फिर से विधायक बनना , 2013 में मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनना , 2013 में राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनना , 2013 में छत्तीसगढ में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनना , 2014 में दुबई ओपन टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर  का विजेता बनना , 2014 में एशिया कप क्रिकेट में श्रीलंका का विजेता बनना , 2014 में राजसमन्द लोकसभा सीट्स से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार का विजयी होना , 2014 में राजस्थान में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को कम से कम 20 सीटों से लेकर अधिकतम 25 सीटों तक मिलना , 2014 में वाराणसी लोकसभा सीट्स से भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी का विजयी बनना , 2014 में लोकसभा चुनाव में कपिल सिब्बल का हार जाना , 2014 में लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को अधिकतम 05 से ज्यादा सीटें नहीं मिलना , 2014 में लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना , 2014 में अमेठी लोकसभा सीट से राहुल गांधी का विजयी होना , 2014 में रायबरेली लोकसभा सीट्स से सोनिया गांधी का विजयी होना , 2014 में लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का सबसे ज्यादा सीटें लाकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाना , 2014 में लोकसभा सीट्स से राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट का लोकसभा चुनाव हार जाना , 2014 में नासा द्वारा किया गया मंगल मिशन मावेन का सफल होना , 2014 में भारत में सितंबर एवं अक्टूबर में कोई साइक्लोन तूफान का आना यानी आंध्र प्रदेश एवं उड़ीसा में हुद हुद जैसे साइक्लोन तूफान का आना , 2015 में फ्रांस में विमान दुर्घटना का होना , 2015 में क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत का बाहर होना , 2016 में इंडोनेशिया में विमान दुर्घटना का होना , 2016 में ताइवान इक्वाडोर में भूकंप का  आना , 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व में ऐसा कोई मंत्र देंगे , जिससे सारा विश्व आश्चर्यचकित हो जाएगा यानी मोदी ने भारत में नोट बंदी करके दुनियाभर को आश्चर्यचकित कर दिया था , 2018 में राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनना , 2018 में  मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनना , 2018 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनना , 2018 में राजस्थान में अशोक गहलोत का मुख्यमंत्री बनना , 2018 में कांग्रेस को राजस्थान में 90 से लेकर 120 के मध्य सीटें आना , 2019 में लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी का दुबारा प्रधानमंत्री बनना , 2019 में राजसमंद लोकसभा सीट से भाजपा की प्रत्याशी दीया कुमारी का विजयी बनना , 2019 में बीसलपुर बांध का पूरी तरह भर जाना , 2019 में महिलाओं का तीन तलाक कानून का बनना , 2019 में धारा 370 का हटना , 2020 में वायरस या बुखार से महामारी फैलने से जन हानि के योग बनना , ( ये भविष्यवाणी भी 2020 में आए कोविड-19 पर सटीक भविष्यवाणी हुई थी जो सितंबर एवं अक्टूबर 2019 के महीने में देश के कई न्यूज़पेपरों में प्रकाशित हुई थी ) , 2020 में दिल्ली में अरविंद केजरीवाल का दोबारा मुख्यमंत्री बनना , 2020 में मुंबई में चक्रवाती तूफान आना , 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का हार जाना , 2020 में बिहार चुनाव में भाजपा गठबंधन की सरकार बनना , 2020 में चेन्नई में चक्रवाती तूफान आना , 02 मई 2021 को बंगाल में तीसरी बार ममता बनर्जी का मुख्यमंत्री बनना एवं बंगाल में टीएमसी को 225 सीटों के लगभग मिलना एवं बंगाल में भाजपा को 76 सीटों के लगभग मिलना एवं 02 मई 2021 को असम विधानसभा चुनाव में एनडीए भाजपा गठबंधन की  सरकार बनना एवं 02 मई 2021 को केरल विधानसभा चुनाव में एलडीएफ गठबंधन की सरकार बनना , 02 मई 2021 को तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में यूपीए डीएमके गठबंधन की सरकार बनना , 02 मई 2021 को  पांडिचेरी विधानसभा चुनाव में एनडीए भाजपा गठबंधन की  सरकार बनना एवं 2021 में गुजरात में चक्रवाती तूफान आने एवं 2022 में लता मंगेशकर की मृत्यु होने एवं 10 मार्च 2022 को उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने एवं उत्तर प्रदेश में  भाजपा को लगभग 273 सीटें मिलने एवं उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के फिर से मुख्यमंत्री बनने की भविष्यवाणी सत्य होने एवं 10 मार्च 2022 को उत्तराखंड में भाजपा की सरकार बनने , 10 मार्च 2022 को मणिपुर में भाजपा की सरकार बनने , 10 मार्च 2022 को गोवा में भाजपा की सरकार बनने एवं 10 मार्च 2022 को पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने एवं 2022 में रूस और यूक्रेन के मध्य युद्ध होने एवं 2022 में जानवरों पर लम्पि  वायरस फैलने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने एवं 2022 में बीसलपुर बांध का पूरी तरह से भर जाने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने एवं 2022 में ताइवान में भूकंप आने एवं मेक्सिको में भूकंप आने एवं जापान में चक्रवाती तूफान आने एवं दिसंबर 2022 में गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा को 150 सीटों से अधिक सीटें मिलने एवं दिसंबर 2022 में गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 16 सीटों के आसपास सीटें मिलने एवं दिसंबर 2022 में गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 05 सीटों के आसपास सीटें मिलने , मार्च 2023 में त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में भाजपा को 20 सीटों के आसपास सीटें मिलने एवं मार्च 2023 में नागालैंड विधानसभा चुनाव में भाजपा को 34 सीटों के आसपास सीटें मिलने , मार्च 2023 में मेघालय विधानसभा चुनाव में एनसीपी को 24 सीटों के आसपास सीटें मिलने , मार्च 2023 में ब्यावर के जिला बनने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने , अप्रैल 2023 में एक बार फिर से कोरोना जैसी महामारी की लहर आने एवं 13 मई 2023 को कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनाने एवं कर्नाटक में कांग्रेस को अधिकतम 126 से 146 सीटों के मध्य में बंपर सीटें मिलने यानी कर्नाटक में कांग्रेस को 136 सीटों के आसपास सीटें मिलने एवं 03 दिसंबर 2023 को राजस्थान में एवं मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने एवं मध्य प्रदेश में भाजपा को 150 से अधिक सीटें मिलने की भविष्यवाणीयां सत्य साबित होने एवं 03 दिसंबर 2023 को अशोक गहलोत सरकार के 12 से अधिक मंत्री के हार जाने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने एवं प्रताप सिंह खाचरियावास एवं बीडी कल्ला एवं रघु शर्मा जैसे बड़े नामों के हार जाने की भी भविष्यवाणी भी सत्य साबित होने एवं दिया कुमारी के उपमुख्यमंत्री बनने एवं राजवर्धन राठौर के राज्य कैबिनेट मंत्री बनने की भविष्यवाणी भी सत्य साबित होने एवं इसके अलावा 2024 में केवल मोदी सरकार की 400 पार जाने की भविष्यवाणी को छोड़कर 2024 में नाहटा द्वारा की गई 18 भविष्यवाणीयों में से 15 भविष्यवाणीयां बिल्कुल सत्य साबित हुई है* जैसे -- 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर बनने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने एवं बाड़मेर से रविंद्र सिंह भाटी के हार जाने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने एवं वैभव गहलोत के हार जाने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने एवं दिल्ली में भाजपा की सभी की सभी सातों सीटें आने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने एवं आम आदमी पार्टी को पूरे देशभर में अधिकतम सात सीटों से अधिक सीटें नहीं मिलने एवं 19 मई को ईरान के राष्ट्रपति की विमान दुर्घटना में मृत्यु होने एवं 26 मई को आईपीएल क्रिकेट के फाइनल मैच में कोलकाता नाइट राइडर के विजेता बनने एवं 27 मई को भारत में पश्चिम बंगाल एवं उड़ीसा के तटीय क्षेत्रों में भयंकर साइक्लोन तूफान आने एवं 11 जून को अफ्रीकन देश मलावी के उपराष्ट्रपति की विमान दुर्घटना में मृत्यु होने एवं 29 जून को 20 - 20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के विश्व विजेता बनने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने एवं जुलाई महीने में भारत में उत्तर प्रदेश राज्य में गोंडा में रेल दुर्घटना होने एवं अगस्त महीने में बांग्लादेश में तख्त्तापलट होने एवं सितंबर महीने में बीसलपुर बांध भर जाने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने एवं जम्मू कश्मीर में इंडिया कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने एवं 25 अक्टूबर को भारत के उड़ीसा एवं पश्चिम बंगाल में बड़ा साइक्लोन तूफान आने एवं 23 नवंबर 2024 को महाराष्ट्र में भाजपा गठबंधन की सरकार बनने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने एवं 23 नवंबर 2024 को झारखंड में इंडिया कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने एवं 30 नवंबर 2024 को तमिलनाडु -- पांडेचेरी में चक्रवार्ती तूफान आने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने एवं दिसंबर 2024 के महीने में सीरिया में तख्तापलट होने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने एवं फरवरी 2025 के महीने में दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार बनने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने एवं मार्च 2025 के महीने में आईसीसी चैंपियन ट्रॉफी में भारत के विजेता बनने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने एवं मार्च 2025 के महीने में अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम एवं बुच विल्मोर की पृथ्वी पर सफल लैंडिंग की भविष्यवाणी सत्य साबित होने एवं मई 2025 के महीने में भारत विश्व की चौथी अर्थव्यवस्था बनने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने एवं जून 2025 के महीने में आईपीएल के फाइनल मैच में बेंगलुरु के विजेता बनने की भविष्यवाणी सत्य साबित होने के साथ साथ पिछले 18 वर्षों के दौरान राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की सैकड़ो भविष्यवाणीयां अभी तक सत्य साबित हो चुकी है । 


( 08 ). अंतिम कड़ी में नाहटा ने इन सभी उपलब्धियों को एवं सम्मान को एवं अभी तक सत्य साबित हो चुकी सैकड़ो भविष्यवाणियों को सर्वप्रथम अपने माताजी श्रीमती कंचन बाई नाहटा एवं पिताजी श्रीमान  चेतन मल जी नाहटा के चरण कमलों में एवं ब्यावर जिले की संपूर्ण जनता के चरणों में एवं संपूर्ण राजस्थान की जनता के चरणों में एवं संपूर्ण राष्ट्र की जनता के चरणों में एवं अपने ईस्ट गुरु जैन आचार्य 1008 श्री हस्ती मल जी महाराज साहब के चरण कमलों में एवं निमाज गांव स्थित उनके समाधि स्थल पावन-धाम पर समर्पित की है ।।

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