कांग्रेस / महाराष्ट्र विधायक दल का नेता चुनने का फैसला सोनिया गांधी पर छोड़ा, शिवसेना के साथ नहीं जाएगी पार्टी
कार्यालय संवाददाता जयपुर।
महाराष्ट्र कांग्रेस ने विधायक दल का नेता चुनना का निर्णय कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी पर छोड़ दिया है। साथ ही कांग्रेस ने महाराष्ट में सरकार बनाने को लेकर शिवसेना के साथ नहीं जाने का निर्णय किया है। जयपुर में रविवार को हुई महाराष्ट कांग्रेस विधायक दल की बैठक में इस संबंध में निर्णय किया गया। बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में तय किया गया कि कांग्रेस का एनसीपी के साथ गठबंधन जारी रहेगा। राजस्थान महाराष्ट्र कांग्रेस की राजनीति का केंद्र बना हुआ है। हॉर्स ट्रेडिंग के डर से महाराष्ट कांग्रेस के 40 विधायकों ने जयपुर में डेरा डाल हुआ है। गेस्ट का दर्जा दिया है। बैठक से पहले शनिवार को महाराष्ट कांग्रेस के प्रदेश कांग्रेस के नेता उप मुख्य सचेतक महेश प्रभारी मल्लिकार्जुन खडगे, पूर्व सीएम जोशी, आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत तथा पथ्वीराज चव्हाण, पीसीसी चीफ बाला मंत्री रघ शर्मा भी दिल्ली रोड स्थित आमेर के साहेब थोराठ सहित अन्य नेता भी यहां पहुंच ब्यूना विस्टा रिसोर्ट पहुंचे। विधायकों को चुके हैं। राज्य सरकार ने खड़गे को स्टेट यहीं ठहराया गया है। इससे पहले शनिवार साथ नहीं को सीएम अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे सहित अन्य नेता शनिवार को रात में दिल्ली रोड स्थित आमेर के ब्यूना विस्टा रिसोर्ट में पहुंच गए थे। _महाराष्ट्र के विधायकों से मिलने के लिए प्रदेश कांग्रेस के नेता शनिवार को दिनभर पहुंचते रहे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दूसरे दिन भी विधायकों से मिलने के लिए रिजार्ट पहुंचे। इस दौरान प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया, मुख्य सचेतक महेश जोशी सहित अन्य नेता भी मौजूद रहे। यह विधायक अगले कुछ दिनों तक जयपुर में ही मौजूद रह सकते है। विधायक अलग-अलग ग्रुप में शहर का भ्रमण किए। विधायकों के मोबाइल चालू हैं। _दूसरी ओर कांग्रेस विधायक नाना पटोले ने रिजार्ट से बाहर निकलते ही महाराष्ट के राज्यपाल के कामकाज पर भी सवाल उठाए।
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