मुख्यमंत्री की कलक्टर-एसपी के साथ वीडियो कांफ्रेंस सजगता एवं सतर्कता के साथ बनाए रखें प्रदेश में सद्भाव
एजेंसी नई दिल्ली।
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला 17 नवंबर से पहले आने की संभा संभावना है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने फैसले से पहले देश के सभी राज्यों को अलर्ट पर रहने को कहा है। केंद्र ने अर्धसैनिक बलों के 4,000 जवान भी उत्तर प्रदेश के लिए रवाना कर दिए हैं। वहीं अयोध्या में प्रशासन ने 10 दिसंबर तक धारा-144 लागू कर दी है। पड़ोसी जिले अंबेडकर नगर में 8 अस्थायी जेल बनाई गई हैं। ये सभी जेल, कॉलेजों में बनाई गई हैं। इधर, विहिप ने राम मंदिर के लिए पत्थर तराशने का काम रोक दिया। प्र प्रशासन ने फोर्स की 100 कंपनियां मांगी: अयोध्या जिले को चार जोन- रेड, माना येलो, ग्रीन और ब्लू में बांटा गया है। इनमें 48 सेक्टर बनाए गए हैं। विवादित परिसर, रेड जोन में स्थित है। पुलिस के मुताबिक, सुरक्षा योजना इस तरह बनाई जा रही है कि जयपुर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में अमन- चैन और सद्भाव बनाए रखने के लिए हमारी सरकार संकल्पित है। जिला कलक्टर और एसपी की यह सामूहिक जिम्मेदारी है कि वे बेहतर समन्वय के साथ काम करते हुए ?सी किसी भी घटना के प्रति सतर्क रहें जिससे माहौल बिगड़ने की आशंका हो। उन्होंने कहा कि अयोध्या मसले पर उच्चतम न्यायालय का निर्णय आने की संभावना तथा नगरीय निकाय चुनावों के मद्देनजर माकूल सुरक्षा इंतजाम सुनिश्चित करें। गहलोत गुरूवार को मुख्यमंत्री कार्यालय से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए प्रदेश के विभिन्न जिलों में कानून-व्यवस्था को लेकर संभागीय आयुक्तों, पुलिस कमिश्नर, रेंज आईजी, जिला कलक्टरों एवं पुलिस अधीक्षकों से समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सजगता, सतर्कता और पूर्व तैयारी से किसी भी घटना को बड़ा रूप लेने से बचा जा सकता है। सभी समुदायों के प्रबुद्ध लोगों और युवा वर्ग के साथ नियमित संवाद इस दिशा में महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने निर्देश दिए कि सद्भाव बनाए रखने के लिए जिला, ब्लॉक एवं थाना स्तर पर सीएलजी एवं शांति समितियों की बैठक आयोजित की जाएं। गहलोत ने निर्देश दिए कि संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जाएं और असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखें। सोशल मीडिया पर भड़काऊ संदेश प्रसारित करने वाले लोगों से सख्ती से निपटा जाए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वें और राजीव गांधी के 75वें जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में प्रदेशभर में सद्भावना बढ़ाने वाली गतिविधियां लगातार आयोजित की जा रही हैं।
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