दिल्ली में जामिया के बाद अब सीलमपुर-जाफराबाद में पथराव और आगजनी, 5 मेट्रो स्टेशन बंद करने पड़े


नई दिल्ली/गुवाहाटी/लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर देशभर में प्रदर्शन जारी हैं। मंगलवार को सीलमपुर इलाके में विरोध के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव की स्थिति बनी। सुरक्षा की दृष्टि से दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने सीलमपुर से जाफराबाद की ओर जाने वाली 66 फीट सड़क पर यातायात रोक दियाइलाके में स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल किया गया। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद में दोपहर 2 बजे एक प्रदर्शन होना था। दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने सीलमपुर की ओर पैदल मार्च शुरू किया। शुरुआत में यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण था मगर अचानक लोगों ने बिखरना शुरू किया और हिंसा शुरू हो गई। हाईकोर्ट में याचिका दाखिलः दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई। इसमें अपील की गई कि कोर्ट केंद्र को निर्देश दे कि पुलिस ने जिन छात्रों, स्थानीय लोगों को हिरासत में लिया है, वह न सिर्फ उन्हें रिहा करे बल्कि पुलिस कार्रवाई में घायल हुए लोगों को मुआवजा और मेडिकल सहायता दी जाए। वहीं, मद्रास यूनिवर्सिटी और दिल्ली में इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी में छात्रों ने नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन किया। पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया, एक भी छात्र नहीं: इससे पहले दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में सोमवार को हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद मंगलवार को पुलिस ने उपद्रव फैलाने के आरोप में 10 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस का कहना है कि इनमें सभी आपराधिक नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जामिया में हुए उग्र प्रदर्शन और पुलिस कार्रवाई के मुद्दे पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने मामले में दखल देने से इनकार कर दिया। चीफ जस्टिस एसए बोबडे ने कहा कि हम इस मामले में पक्षपाती नहीं हैं। लेकिन जब कोई कानून तोड़ता है तो पुलिस क्या करेगी? हम पुलिस को केस दर्ज करने से कैसे रोक सकते हैं? नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन में जिन स्टूडेंट्स को चोटें आई हैं उन्हें हाईकोर्ट जाना चाहिए। चीफ जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस सूर्यकांत की बेंच ने मामले की सुनवाई की। बेंच ने कहा- संबंधित हाईकोर्ट याचिकाकर्ताओं, केंद्र और संबंधित राज्य सरकारों का पक्ष सुनने के बाद तय करेगा कि इस मामले में रिटायर्ड जजों के नेतृत्व में जांच समिति गठित की जाए या नहीं? पृष्ठभूमि के हैं। किसी भी छात्र गिरफ्तार नहीं किया गयाअसम में कर्य जारी, नागरिकों को नियमित छूट मिल रही: असम प्रशासन ने उपद्रव रोकने के लिए कफ्यू लगाया है। हालांकि, नागरिकों को इसमें नियमित रूप से छूट दी जा रही हैमंगलवार को कफ्यू में सुबह 6 बजे लेकर रात 8 बजे तक (14 घंटे) ढील देने का ऐलान किया गया। इस बीच दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को एक वीडियो जारी किया, जिसमें संयुक्त पुलिस कमिश्नर जामिया के छात्रों पथराव न करने की अपील कर रहे हैंवीडियो 15 दिसंबर का है। यूपी में उपद्रव रोकने के लिए योगी ने पुलिस अफसरों से बात की: उत्तर प्रदेश में उपद्रव रोकने लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पुलिस अफसरों से चर्चा की।


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