जेजेएस का दूसरा दिन, जेजेएस में प्रदर्शित ज्वैलरी की डिजाइन्स ने बड़ी सख्यां में विजिटर्स को किया मोहित





-- लाइटवेट गोल्ड ज्वैलरी और चांदी की अनूठी कलाकृतियां ने किया आकर्षित
-- नॉलेज सेशन्स का हुआ आयोजन
-- शो में आज 9500 से अधिक विजिटर्स ने किया विजिट


जयपुर, 21 दिसम्बर। सीतापुरा के जेईसीसी में आयोजित किये जा रहे जयपुर ज्वैलरी शो (जेजेएस) के दूसरे दिन बड़ी संख्या में ट्रेड विजिटर्स और बायर्स आए। शो में प्रदर्शित की जा रही ज्वैलरी की अनूठी डिजाइन्स के साथ-साथ डिजाइनर बूथ्स भी लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। शो में शनिवार को 9500 से अधिक विजिटर्स ने शादी से लेकर रोजमर्रा, परम्परागत से लेकर आधुनिक और साधारण से लेकर कलात्मक, हर तरह की ज्वैलरी को देखा और मोल भाव किया। यहां गोल्ड, सिल्वर ज्वैलरी के अतिरिक्त डायमंड, रंगीन रत्न, कुंदन मीना, पोल्की, जड़ाउ और विभिन्न तरह की ज्वैलरी का अनूठा कलेक्शन देखने को मिल रहा है, जो लोगों ने एक छत के नीचे पहले कभी नहीं देखा। करीब 72 प्रतिशत एक्जीबिटर्स ने कड़ी मेहनत एवं निवेश से डिजाइन बूथ बनाए हैं जो यहां आने वालों के लिए अतिरिक्त आकर्षण का केन्द्र है।


जेजेएस के चेयरमैन श्री विमल चंद सुराणा ने कहा कि इस बार की थीम 'इंस्पायर टू क्रिएट अ फैशन स्टेटमेंट' बहुत अनूठी और आधुनिक दौर की थीम है। इस थीम ने एग्जीबिटर्स को अनूठे नेकलेस, इयरिंग्स, ब्रेसलेट, ज्वैलरी एक्सेसरीज, मूर्तियां, शो पीस, शतरंज के सैट आदि प्रदर्शित करने के लिए प्रेरित किया है। जेजेएस में प्रत्येक कंज्यूमर की आवश्यकता एवं बजट के अनुरूप शानदार एवं भव्य ज्वैलरी उपलब्ध है।


ज्वैलरी में नए ट्रेंड
जेजेएस के सचिव श्री राजीव जैन ने कहा कि जेजेएस में देश-विदेश के कई खरीदार पहुंच रहे है। इनका रूचि ऐसी ज्वैलरी में है जो सभी तरह के अवसरों पर पहनी जा सके। इसके अलावा आइकोनिक स्टेटमेंट पीस, कॉस्टयूम ज्वैलरी, रंगीन रत्न, चांदी की कलाकृतियां और भी बहुत कुछ यहां ऐसा है जो आने वालों को पसंद आ रहें हैं। यहां कुछ बहुत से नए आकर्षण भी है जैसे कुंदन मीना और पोल्की के बने पात्र, तेंजेनाइट एवं रूबी से बने शतरंज के सैट, आदि शामिल है।


प्रथम दिन के रैफल ड्रॉ की हुई घोषणा और ज्वैलरी एवं जैम्स स्टोंस के बूथ्स को दिये गये अवार्डस्
जेजेएस के मीडिया कोऑर्डिनेटर, श्री अजय काला ने जानकारी दी कि गत शाम जीजेईपीसी के एग्जीबिशन कन्वीनर, श्री मनसुख कोठारी द्वारा प्रथम दिन का रैफल ड्रॉ निकाला गया। जेजेएस द्वारा स्पॉन्सर किये गये इस रैफल ड्रॉ के विजेता हैदराबाद की सुश्री सीमा जैन रही। इस अवसर पर जेजेएस द्वारा आयोजित बेस्ट बूथ अवार्ड सेरेमनी में 18 वर्ग मीटर तक की श्रेणी के ज्वैलरी सेक्शन में बेस्ट बूथ 'सावनसुखा डायमंड्स' को प्रथम एवं 'अमायरा ज्वैल्स' को द्वितीय बेस्ट बूथ घोषित किया गया। इसी प्रकार 18 वर्ग मीटर से अधिक की श्रेणी के ज्वैलरी सेक्शन में 'बिरधीचंद घनश्यामदास' को प्रथम बेस्ट बूथ और 'रानीवाला ज्वैलर्स प्रा. लिमिटेड' को द्वितीय बेस्ट बूथ घोषित किया गया। जैमस्टोन श्रेणी का प्रथम बेस्ट बूथ 'फाइन कलर जैम्स' और द्वितीय बेस्ट बूथ 'ग्रीन बैल' को घोषित किया गया और जेजेएस चैयरमेन, श्री विमलचन्द सुराणा द्वारा अवार्डस् प्रदान किये गये। बेस्ट बूथ अवार्डस् के निर्णायक मंडल में श्री पंकज कोठारी, सुश्री मीरा कटारिया और श्री इंद्रजीत बोस शामिल थे।


'एथिकल प्रेक्टिस' पर नॉलेज सैशन आयोजित -
जेजेएस में आज 'एथिकल प्रेक्टिस' थीम पर नॉलेज सैशन आयोजित किया गया। इस सैशन के दौरान रेस्पोंसबिल ज्वैलरी काउंसिल (आरजेसी) के श्री किंजल शाह ने जेजेएस सचिव, श्री राजीव जैन से वार्ता करते हुए ज्वैलरी में आरजेसी की भूमिका के बारे में बताया कि मिलेनियल्स पीढ़ी के कंज्यूमर्स जो समाज में अभी सबसे ज्यादा खरीददारी कर रहे है, वे एथिकल ज्वैलरी प्रेक्टिसेज के बारे में बेहद जागरूक है। वे जानना चाहते हैं कि उनकी ज्वैलरी कहां से आ रही है, कैसे बनाई जा रही है, कच्चा माल कहां से आ रहा है, आदि। इंडस्ट्री के एंटरप्रेन्यूअर्स की यह जिम्मेदारी है कि इस बारे में ग्राहकों को जानकारी दे। काउंसिल ने इसके लिए स्पष्ट मानदण्ड आरजेसी कोड ऑफ प्रेक्टिसेज के रूप में तैयार किए है। काउंसिल हर तरह की कम्पनी को ग्राहकों, वित्तीय संस्थनों और समाज की नैतिक मांग को पूरा करने में सहयोग करती है।


पैनल डिस्कशन 'रिटेल इन्वेंट्री - हाउ मच इज टू मच'
जेजेएस में 'रिटेल इन्वेंट्री - हाउ मच इज टू मच' थीम पर एक पैनल डिस्कशन का आयोजन भी किया गया। इसमें सेन्को गोल्ड एंड डायमंड के श्री शंकर सेन ने कहा कि ज्वैलरी स्टोर्स को हर रोज काम में आने वाले कैजुअल पीसेज की इन्वेंट्री हमेशा रखनी चाहिए ताकि ग्राहकों को खरीद से पहले चुनने के लिए बेहतर विकल्प मिल सकें। हर ज्वैलरी स्टोर में शो स्टापर्स पीस भी होते है जो ग्राहकों को ब्रांड की शानदार कला से प्रभावित करते हैं और एक सकारात्मक असर छोड़ते है। डीपी ज्वैलर्स के श्री अनिल कटारिया ने कहा कि कौनसे डिजाइन बिक रहे हैं, आपके ग्राहक कौनसे हैं और बाजार की मांग क्या है, जैसी चीजों के बारे में साप्ताहिक डाटा बेस तैयार करना चाहिए। सत्र में भोलासंस के सुभाष भोला और मनोहरलाल ज्वैलर्स के हिमांशु शेखर ने भी विचार व्यक्त किए। सत्र का संचालन अनिल प्रभाकर ने किया।


जेजेएस आयोजन स्थल तक लाने और वापस छोड़ने के लिए निःशुल्क शटल सुविधा उपलब्ध
जेजेएस के मीडिया कॉर्डीनेटर श्री अजय काला के अनुसार जेजेएस आयोजन स्थल तक लाने और वापस छोड़ने के लिए निःशुल्क शटल सुविधा उपलब्ध है। यह सुविधा सेन्ट्रल पार्क के गेट नं. 1 एवं 2 पर (प्रातः 9 बजे से दोपहर 4 बजे तक) और वापसी के लिए जेजेएस आयोजन स्थल पर (दोपहर 1 बजे से शाम 7 बजे तक) उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त शो में आने वाले व्यापारियों व जौहरियों की सुविधा के लिए अलग से ''बिजनेस आवर्स'' है। हर वर्ष की तरह व्यापारियों की सुविधा के लिए प्रातः 10 से 1.00 बजे तक का समय (बी2बी) रखा गया है।


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