कार्डियक पेशेंट को दिया 16 घंटे एनस्थिसिया, ठीक की रीढ़ की हड्डी की जन्मजात विकृति
कार्यालय संवाददाता
जयपुर। शहर के चिकित्सकों ने 13 साल के कार्डियक पेशेंट आशीष की 16 घंटे तक चली सर्जरी के बाद उसके रीढ़ की हड्डी की जन्मजात विकृति को ठीक करने में सफलता प्राप्त की हैं। सांगानेर स्थित रीजेन अस्पताल के चिकित्सकों की टीम ने ये कारनामा कर दिखाया। इतने लंबे समय की सर्जरी के दौरान 16 घंटे तक कार्डियक पेषंट को एनस्थिसिया पर रखना इस सर्जरी की खासी महत्वपूर्ण सफलता रही। गौरतलब है कि कार्डियक पेशेंट को आसानी से एनस्थिसिया नहीं दिया जाता, मरीज के लिए ये खासा रिस्की हो सकता है। लेकिन चिकित्सकों ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए इस असंभव कार्य को कर दिखाया। उत्साहित डॉक्टरों की टीम की माने तो इतने लंबे समय तक एनस्थिसिया देने का प्रदेश में संभवतः यह पहला मामला है। 13 वर्षीय मरीज आशीष का करीब तीन वर्ष पूर्व ही दिल में छेद होने की समस्या के चलते दिल की बडी हार्ट सर्जरी की गई थी। इसके बाद मरीज की रीढ की हड्डी की जन्मजात विकृति की सर्जरी के लिए कई अस्पतालों ने मना कर दिया था। इसके बाद जयपुर शहर के रीजेन हॉस्पिटल में ये सर्जरी सफलतापूर्वक की गई। सर्जरी करने वाले चिकित्सको की टीम में सीनीयर ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ ऋषभ सेठी, सीनीयर सर्जन प्रवीण गुप्ता एवं एनस्थिसिया की टीम में डॉ अमित शर्मा एवं डॉ मनीष मुंजाल शामिल थे। सर्जरी की सफलता के बाद रीजेन हॉस्पिटल के एमडी डॉ ऋषभ सेठी ने पूरी टीम को बधाई दी तथा उनके लिए एक विषेष आयोजन किया गया। एनस्थिसिया टीम के डॉ. अमित शर्मा ने कहा कि मरीज को इतने लंबे समय तक एनस्थिसिया पर मेंटेन रखना एक चुनौती थी लेकिन टीम वर्क ने इसे संभव कर दिखाया।
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