नागरिकता कानून के विरोध में शांति मार्च में शामिल हुए गहलोत, बोले... हठधर्मिता छोड़ जनभावनाओं को समझे सरकार



कार्यालय संवाददाता


जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में रविवार को 7 दल और सिविल सोसायटी द्वारा रविवार अल्बर्ट हॉल से गांधी सर्किल तक शांति मार्च निकाला गया। इसके जरिये संदेश दिया कि देश संविधान की मूलभावना के आधार पर चलना चाहिए। गहलोत ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को विभाजनकारी फैसला बताते हुए केंद्र से इसे वापस लेने की मांग की। शांति मार्च में हजारों लोग शामिल हुए। शांति मार्च को देखते हुए परकोटे में बाजार बंद रहे। शांति मार्च अलबर्ट से शुरू होकर गांधी सर्किल पहुंचा। गांधी सर्किल पर सर्वदलीय और सर्वसमाज की सभा हुई जिसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, आरएलपी नेता जयंत चौधरी, जेडीएस से अर्जुन देथा, सीपीएम से बलवान पूनिया संबोधित किया। सभा को वरिष्ठ नेता शरद यादव ने भी संबोधित किया। दूसरी ओर माहौल खराब होने की आशंका को देखते हुए पुलिस की ओर से जयपुर शहर में इंटरनेट सेवा रात आठ बजे तक के लिए बंद कर दी गई। मेट्रो को दोपहर दो बजे तक तथा शाम चार बजे तक बसों को बंद रखा गया। सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए थे। पुलिस के जत्थे हर जगह तैनात रहे। 100 ड्रोन से नजर रखी गई। ___ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बोले कि केंद्र सरकार को जनभावनाओं को समझाना चाहिए। गृहमंत्री अमित शाह कह रहे हैं कि मैं नागरिकता कानून को हर हाल में देशभर में लागू करवा कर रहूंगा। इतना हिंसा के बाद भी अभी भी धमकाने वाले बयान आ रहे हैं। अपने स्वार्थ के लिए संविधान का गला घोटना ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि जामिया मिलिया से शुरू होकर देशभर में आंदोलन छा गया। इसमें सभी धमों के लोग प्रभावित होंगे। हिंसा की खबरें सिर्फ भाजपा शासित राज्यों से ही क्यों आ रही है। गहलोत ने कहा, 'लोगों को नीचा दिखाने के लिए कानून बना रहे, सेना का सहारा लेकर राजनीति की जा रही, घुसपैठियों के नाम पर राजनीति की जा रही। सरकार ने बहुमत से बिल पास करा लिया लेकिन बहमत से आप लोगों का दिल नहीं जीत सकते।' गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से जिस रूप में सीएए को लागू करने की घोषणा की गई है, उससे अनावश्यक रूप से सामाजिक सौहार्द बिगड़ गया है। देश में वर्तमान में बने हालातों के मद्देनज़र संविधान और लोकतंत्र की रक्षार्थ सर्वदलीय एवं सर्वसमाज की ओर से शांति मार्च निकाला गया। मार्च में सीएम अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के अलावा सीपीआई से तारासिंह सिद्धू, डीके छंगाणी, नरेन्द्र आचार्य, सीपीएम से वासुदेव, बलवान पूनिया, जनता दल यूनाइटेड से शरद यादव, जनता दल सेक्युलर से अर्जुन देथा तथा वरिष्ट नेता शरद यादव शामिल रहे।


Comments

Popular posts from this blog

नाहटा की चौंकाने वाली भविष्यवाणी

मंत्री महेश जोशी ने जूस पिलाकर आमरण अनशन तुड़वाया 4 दिन में मांगे पूरी करने का दिया आश्वासन

उप रजिस्ट्रार एवं निरीक्षक 5 लाख रूपये रिश्वत लेते धरे