भरतपुर / दो लाख रुपए के लालच में दोस्त ने 11 वर्षीय साथी की हत्याकर शव जमीन में गाढ़ा, पकड़े गए दो नाबालिग
भरतपुर। शहर के लोहागढ़ स्टेडियम में 11 साल के बालक की हत्या उसी के दोस्त ने कर दी। पलिस ने मुख्य आरोपी व उसके नाबालिग साथी को पकड़ लिया। डीआईजी भरतपुर लक्ष्मण गौड ने बताया कि पकड़े गए दोनों बाल _ अपराधी विजय नगर कॉलोनी, अटलबंध थाना इलाके में रहते है। घटना का मास्टरमाइंड नशे व जुएं का आदी है। 10 वीं कक्षा में फेल हो चुका है। वह छठी कक्षा में पढ़ने वाले मृतक प्रियांशु के घर के पास रहता है। वहीं, गिरफ्तार हुआ दूसरा नाबालिग मुख्य आरोपी का चचेरा भाई है। उसे पुलिस को गुमराह करने व तथ्य छिपाने के जुर्म में पकड़ा गया है। रकम वसूलने के लिए रची थी साजिश: आईजी गौड़ के मुताबिक 17 वर्षीय मुख्य आरोपी को मौजमस्ती के लिए रुपयों की जरूरत थी। उसे यह अहसास था कि पास में रहने वाले संजय कमार के काफी पैसा है। ऐसे में उसने संजय के बेटे और अपने दोस्त 11 वर्षीय प्रियांशु को बंधक बनाकर उसके पिता से 2 लाख रूपए की फिरौती वसूलने का योजना बनाई। इसके लिए 25 दिसंबर को मुख्य आरोपी ने प्रियांशु को क्रिकेट खेलने के लिए लोहागढ़ स्टेडियम बुलाया। स्टेडियम में दिया था वारदात को अंजाम: स्टेडियम में दोपहर तक क्रिकेट खेलने के बाद मुख्य आरोपी ने पैवेलियन के पास टॉयलेट के पास निर्माणाधीन गुमटी की तरफ गेंद को फेंका और प्रियांशु को गेंद लेकर आने को कहा। प्रियांशु गेंद लेने को उस गुमटी में जैसे ही घुसा तभी संकरी जगह होने से मुख्य आरोपी ने उसे पीछे से दबाकर बांधने की कोशिश की। जब प्रियांश ने संघर्ष किया तो मख्य आरोपी अपचारी ने उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद वहीं गड्ढा खोदकर आसपास रखी मिट्टटी प्रियांशु पर पटककर उसका शव छिपा दिया। 25 को देर शाम तक प्रियांशु घर नहीं लौटा। तब परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। अगले दिन 26 दिसंबर को अटलबंध थाने में प्रियांशु के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले। करीब 3 दर्जन संदिग्धों से पूछताछ की। तब संदेह के आधार पर एएचटीयू टीम में हैडकांस्टेबल पूरण शर्मा की सूझबूझ पर पुलिस ने 28 दिसंबर को प्रियांशु का शव टॉयलेट के पास बनी गुमटी में मिट्टी से बाहर निकाला
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