Cars24 यूज़ कार डीलर्स के साथ कर रही है धोखाधड़ी


कार्यालय संवाददाता


जयपुर। ऑनलाइन पुरानी गाड़ियां बेचने वाली कंपनी Cars24 यूज कार डीलर्स के साथ धोखाधड़ी कर रही है कंपनी गाड़ियों के मीटर कम बता कर ज्यादा चली हुई गाड़ी डीलर्स को बेच रही है व गाड़ियों के पैसे लेने के बाद भी गाड़ियों का bank loan लोन नहीं बंद करवाती है गाड़ी की एनओसी के लिए डीलर को सालों चक्कर कटवाती हैं व गाडी बेचने के बाद गाडियों के Sale Latter व आरटीओ दस्तावेज भी डीलरों को उपलब्ध नहीं करवा रही है।ऐसा एक मामला जयपुर के निर्माण नगर निवासी राजेश अग्रवाल (ऑटो जंक्शन) के संबंध में सामने आया है Cars24 के संबंधी धोखाधड़ी का खुलासा उन्होंने यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया। प्रेसवार्ता में उन्होंने साक्ष्य व दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए पूर्ण जानकारी संवाददाताओं को दी निर्माण नगर निवासी राजेश अग्रवाल ने बताया कि मैं ऑटो जंक्शन के नाम से पुरानी गाड़ियों को खरीदने बेचने का कार्य करता हूं और पिछले तीन-चार सालों से cars24 से जुड़ा हुआ हूं लेकिन पिछली खरीदी गई गाड़ियां जो वास्तविक रूप से काफी ज्यादा चली हुई थी को कम चली हुई बता कर कंपनी ने मुझे कई गाडियां बेच दी हमें कंपनी गाड़ियों का वास्तविक inspection नहीं करने देती है,जो कंपनी के डिटेल के आधार पर ही हमें गाड़ियां खरीदनी होती है ऐसे में जो गाड़ी 300000 किलोमीटर चली हुई है को 70000 चली भी बताकर बेची गई और इस बाबत कोई सुनता भी नहीं है क्योंकि पैसे एडवांस में दिए हुए होते हैं ऐसी कई गाड़ियां कंपनी ने मुझे बेची और इंश्योरेंस कंपनी की total loss की गाड़ी जो कि स्क्रप की श्रेणी में आती है को भी साफ- सुथरी गाड़ी बताकर बेची गई,व एक गाड़ी का बैंक लोन 10 महीनों तक उन्होंने बंद नहीं करवाया व मेरे द्वारा की गई सारी कोशिश जैसे इनके कस्टमर केयर, ब्रांच मैनेजर, वाइस प्रेसिडेंट, डायरेक्टर यहां तक कि लीगल नोटिस के बाद भी उन्होंने कोई सुनवाई नहीं की तो हार कर मैंने श्याम नगर थाने में एक एफ आई आर दी जिसके I0 महेंद्र सिंह (एस आई) व कंपनी ने आपसी मिलीभगत करके उक्त FIR में FR दे दी वजह दी कि मैंने गलत फहमी में रिपोर्ट दर्ज करवा दी है व जिन गाड़ियों के बाबत रिपोर्ट दी थी का कोई जिक्र तक नहीं किया मैंने महेंद्र सिंह(एसआई) के खिलाफ एसीबी में भी परिवाद दिया हुआ है जिसमें अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इसके बाद मैंने FR को कोर्ट में प्रोटेस्ट कर लिया इस वजह से कंपनी ने उस वक्त मेरे पास कार्स 24 से खरीदी हुई 21 गाड़ियां थी के sale लेटर व आरटीओ डाक्यूमेंट्स व बैंक एनओसी रोक ली। तकरीबन ढाई से 300000 रुपए मेरे सिक्योरिटी के डिपॉजिट थे को भी रोक लिया क्योंकि जब हम कंपनी से गाड़ी खरीदते हैं तो गाड़ी के पूरे भुगतान के साथ 5000 रुपए जमानत राशि देते हैं व गाड़ी को बेचने के बाद ग्राहक का आईडी प्रूफ देने पर कंपनी सेल लेटर देती है व गाड़ी ट्रांसफर हो जाने के बाद गाड़ी की ट्रांसफर RC जमा कराने के बाद 5000 की जमानत राशि लौटा देती है। लेकिन पिछले 17, 2 सालों से ना तो गाड़ियों के Sale latter दे रही है और ना ही जमानत राशि लौटा रही है। उनका कहना है कि पिछले FIR में आप समझौता लिखोगे तो ही गाड़ियों के पेपर दिए जाएंगे अन्यथा नहीं। इस विषय में जब इन से दोबारा बात की तो उनका कहना था कि यह सारी कार्यवाही हमारे डायरेक्टर अनुभव गुप्ता व लीगल टीम द्वारा की गई है। हम कुछ नहीं कर सकते हैं । थक हार कर मैंने दोबारा श्याम नगर थाने में एक नई एफ आई आर दर्ज करवा दी, इस बार कंपनी ने हाई कोर्ट में झूठे स्टेटमेंट कि उन्होंने ऑटो जंक्शन को जमानत राशि ढाई लाख व 21 गाड़ियों के सारे पेपर दे दिए हैं दे कर अपनी गिरफ्तारी


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