निम्स से पढ़ाई कर डॉक्टर बने, अब 12 के लाइसेंस निरस्त हुए


जयपुर।


जयपुर के निम्स मेडिकल कॉलेज से डॉक्टर बने 12 युवाओं के लाइसेंस निरस्त किए गए हैं। अब ये प्रेक्टिस नहीं कर सकेंगे। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) के निर्देश पर राजस्थान मेडिकल काउंसिल (आरएमसी) ने यह कार्रवाई की। ये सभी निम्स में वर्ष 2008-09 में प्रवेश लेकर डॉक्टर बने थे, लेकिन तय संख्या से ज्यादा प्रवेश की एमसीआई ने जांच की तो इन छात्रों का रिकॉर्ड मैच नहीं हुआ। शुक्रवार को आरएमसी ने जनरल बॉडी मीटिंग में इनके लाइसेंस निरस्त करने का निर्णय लिया। मीटिंग में डॉक्टरों के नियम विरुद्ध विज्ञापनों पर कार्रवाई के लिए तीन सदस्यीय कमेटी भी बनाई गई। यह ऐसे विज्ञापनों की मॉनीटरिंग कर डॉक्टरों को नोटिस देगी। पिछले कुछ माह में 18 से ज्यादा डॉक्टरों को नोटिस दिए भी जा चुके हैं। आरएमसी सदस्य डॉ. ईश मुंजाल ने कहा कि मीटिंग में रक्तदान, पर्यावरण जैसे सामाजिक कार्यो के लिए जागरूकता अभियान चलाने का भी निर्णय लिया है। आरएमसी में 47,280 एमबीबीएस और इनकी डॉक्टरी छिनी 20,221 पीजी डॉक्टरों के रजिस्ट्रेशन हैं। डॉ. अदनान हमजा, डॉ. दीयोश्री सोलंकी, डॉ. पंकज महेला, डॉ. प्रतिभा, डॉ. अमन माथुर, डॉ. वैभव तिवाड़ी, डॉ. दिव्य प्रताप सिंह, डॉ. दौलतराम, डॉ. देव व्रत सिंह, डॉ. प्रतिभा मीणा, डॉ. जयगोपाल सैनी व डॉ. देवेन्द्र सागवान।


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