लोकसभा / मोदी ने 8 मिनट 45 सेकंड के संबोधन में 14 बार श्रीराम, 1 बार हिंद और 4 बार भारत शब्द कहा


एजेंसी


नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने बुधवार को राम मंदिर निर्माण के लिए श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट बनाने का ऐलान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद वक्तव्य दिया। 8 मिनट 45 सेकंड के संबोधन में उन्होंने 14 बार श्रीराम, एक बार हिंदू और 4 बार भारत कहा।


प्रकाश पर्व के लिए करतारपुर गया था, उसी दिन अयोध्या केस में फैसला आयाः प्रधानमंत्री ने कहा, "यह विषय श्रीराम जन्मभूमि से जुड़ा हुआ है। यह विषय अयोध्या में श्रीराम जन्मस्थली पर भगवान __ श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण से जुड़ा हुआ है। 9 नवंबर 2019 को मैं करतारपुर साहिब कॉरिडोर के लोकार्पण के लिए पंजाब में था। गुरु नानकदेवजी का 550वां प्रकाश पर्व था। बहुत ही पवित्र वातावरण था। उसी दिव्य वातावरण में मुझे देश की सर्वोच्च अदालत द्वारा श्रीराम जन्मभूमि विषय पर दिए गए ऐतिहासिक फैसले के बारे में पता चला था। इस फैसले में माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने कहा था कि श्रीराम जन्मभूमि विवादित स्थल के भीतरी और बाहरी आंगन पर रामलला विराजमान का ही स्वामित्व है।"


माननीय उच्चतम न्यायालय ने अपने आदेश में यह भी कहा था कि केंद्र और राज्य सरकार आपस में परामर्श कर सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ भूमि आवंटित करें। मुझे आज इस सदन को, पूरे देश को यह बताते हुए बहुत ही खुशी हो रही है कि आज सुबह केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को ध्यान में रखते हुए इस दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। मेरी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार श्रीराम जन्मस्थली पर भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए और इससे संबंधित अन्य विषयों के लिए एक वृहद योजना तैयार की है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार एक स्वायत्त ट्रस्ट श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र (ट्रस्ट का नाम) का गठन करने का प्रस्ताव पारित किया गया है।" ट्रस्ट फैसला लेने के लिए


ट्रस्ट फैसला लेने के लिए स्वतंत्र होगा: मोदी ने कहा, "यह ट्रस्ट अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मस्थली पर भव्य और दिव्य राम मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित विषयों पर निर्णय लेने के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगासुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार गहन विचार-विमर्श और संवाद के बाद अयोध्या में 5 एकड़ जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को आवंटित करने का अनुरोध उत्तर प्रदेश सरकार से किया गया, इस पर राज्य सरकार ने भी अपनी सहमति प्रदान कर दी है। भारत की प्राणवायु में, भारत के आदर्शों में, भारत की मर्यादाओं में भगवान श्रीराम की महत्ता और अयोध्या की ऐतिहासिकता से और अयोध्या धाम की पवित्रता से हम भली-भांति परिचित हैं।"


"अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण, वर्तमान और भविष्य में भगवान रामलला के दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या और उनकी भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सरकार ने एक और महत्वपूर्ण लिया गया है। मेरी सरकार ने फैसला किया है कि अयोध्या कानून के तहत अधिग्रहित संपूर्ण भूमि, जो लगभग 67.703 एकड़ है, जिसमें भीतरी और बाहरी आंगन भी शामिल है, उसे नवगठित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को हस्तांतरित किया जाए।"


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