मानसरोवर के इंजीनियर्स कॉलोनी में नाया भगवान शांतिनाथ का ज्ञान और मोक्ष कल्याणक -- नवीन चैत्यालय की नवीन वेदी पर श्रीजी हुए विराजमान


जयपुर। एशिया की सबसे बड़ी कॉलोनी मानसरोवर के किसान धर्म कांटे के नजदीक स्थित इंजीनियर्स कॉलोनी में भव्य शोभायात्रा के साथ भगवान शांतिनाथ नवीन चैत्यालय की नवीन वेदी पर विराजमान हुए। इससे पूर्व प्रातः 6.30 बजे महोत्सव के तीसरे और अंतिम दिन गणिनी आर्यिका रत्न गौरवमती माताजी ससंघ सानिध्य एवं पं. धर्मचंद शास्त्री और ब्र.जिनेश भैया (चीकू) के निर्देशन में भगवान चन्द्रप्रभ का स्वर्ण कलशों से पंचामृत कलशाभिषेक किये गए व विश्व मे शांति की कामना के लिए शांतिधारा कर अर्घ चढ़ाए। 



संयोजक अभिषेक जैन बिट्टू ने बताया की नवीन चैत्यालय के प्रतिष्ठा महोत्सव के अंतिम दिन ज्ञान एवं मोक्ष कल्याणक की क्रिया विधियों का गुणगान हुआ। इस अवसर पर प्रातः 7 बजे गीत-संगीत के साथ पूजन आराधना की गई और उसके बाद शांतिनाथ भगवान के पूर्व भव के दीक्षा संस्कार भी सम्पन्न हुए। इसके ततपश्चात प्रातः 8.30 बजे से मुनिराज शांति सागर की आहार चर्या सम्पन्न की गई, जिसमे समाज और छाबड़ा परिवार के 50 से अधिक श्रावकों और भगवान के माता-पिता कमलचंद तारादेवी, सौधर्म इंद्र-इंद्राणी सीए मनीष निशा जैन, कुबेर इंद्र सपन रजनी, रवि ऋतु जैन, इंद्र अनिल क्षमा बोहरा, भंवर लाल जैन सहित सभी प्रमुख इन्द्रो ने आहार सम्पन्न करवाया। जिसके बाद पुनः ज्ञान कल्याणक की विधियों का मंचन और मंत्रोउच्चार के साथ संपन्न हुए। इस अवसर पर समोशरण की रचना के भव रचाये गए जिसमे गणिनी आर्यिका गौरवमती माताजी ने दिव्य वाणी के साथ अपने आशीर्वचन दिए।



संयोजक सीए मनीष जैन ने बताया कि बुधवार को महोत्सव का अंतिम दिन था। इस दौरान ज्ञान कल्याणक के साथ साथ मोक्ष कल्याणक की क्रिया विधि भी सम्पन्न हुई। आर्यिका संघ सानिध्य में प्रतिष्ठाचार्य ने मंत्रोउच्चार के साथ मोक्ष कल्याणक के पूजन अर्घ चढ़वाएं। पूजन के दौरान महोत्सव में सम्मेद शिखर की संजीव झांकी की रचना भी की गई थी। भगवान शांतिनाथ सम्मेद शिखर जी से मोक्ष गए थे। मोक्ष कल्याणक के अवसर पर सम्मेद शिखर की प्रतिकृति के समक्ष भगवान शांतिनाथ का मोक्ष कल्याणक सम्पन्न करवाया गया। इस दौरान पूरी हस्तनापुरी नगरी भगवान शांतिनाथ के जयकारों से गूँजयमान हो उठी। कार्यक्रम के अंत मे हस्तनापुरी नगरी से नवीन चैत्यालय तक भव्य नगर शोभायात्रा का आयोजन किया गया। इस शोभायात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और जयकारों की दिव्य गूंज के साथ पूरी इंजीनियर्स कॉलोनी को भगवान शांतिनाथ भक्ति के रस में सरोबर कर दिया। इसके पश्चात सोधर्म इंद्र द्वारा नवीन वेदी पर श्रीजी को विराजमान किया गया। इस दौरान भगवान शांतिनाथ (मंगल, हरक, मोतीलाल, कमल चन्द छाबड़ा परिवार), भगवान पार्श्वनाथ (विमल पाटनी), भगवान चन्द्रप्रभ (ऋतिक जैन), भगवान आदिनाथ ( जैन भिवानी), भगवान मुनिसुव्रतनाथ (मनीष, सपन, रवि जैन परिवार)  द्वारा नवीन वेदी पर श्रीजी को विराजमान कर महोत्सव को सम्पन्न करवाया गया।


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