जाने और समझें क्या होगा भाजपा में ज्योतिरादित्य सिंधिया का भविष्य-पण्डित दयानन्द शास्त्री


आज दोपहर में कांग्रेस से भाजपा में आने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को 11 मार्च 2020 को नई दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय में अध्यक्ष जेपी नुड्डा ने दोपहर 2 बजकर 53 मिनट पर सदस्यता प्रदान की। 


उल्लेखनीय हैं कि 1 जनवरी 1971 को सुबह 10 बजे मुंबई में जन्मे ज्योतिरादित्य सिंधिया के सितारे अब क्या कहते है।


1 जनवरी 1971 को सुबह 10 बजे मुंबई में मकर लग्न के अंतिम द्रेष्काण पर जन्मे ज्योतिरादित्य सिंधिया की जन्म कुंडली में वर्तमान में दिनांक 23 जून 2018 से दिनांक 29 अप्रैल 2021 तक शनि की महादशा में राहु का अंतर समय चल रहा है। 


उनकी कुंडली में वर्तमान में शनि महादशा में राहु का अंतर व 21 फरवरी 2020 से शनि राहु में केतु 21 अप्रैल 2020 तक रहेगा।



नवांश का सप्तमेश लग्न दिनांक 10 मार्च 2020 को अपने जीवन की दिशा को मोड़ देते हुए सिंधिया द्वारा अपने जन्म कुंडली के प्रजा कारक सप्तम लग्न कर्क में 11 मार्च 2020 को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है।


यहां 12वें भाव में राहु, मिथुन राशि एवम आद्रा नक्षत्र में स्थित हैं।


पण्डित दयानन्द शास्त्री जी ने बताया कि लगभग 18 वर्ष तक कांग्रेस में  रहने के बाद अब सिंधिया भाजपा के सदस्य हो गए है। 



भाजपा के प्राथमिक सदस्य के रुप में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 11 मार्च 2020 को दोपहर 2 बजकर 53 मिनट पर सदस्ता ली है। यह सदस्यता कर्क लग्न में हुई है। 


लग्नेश चंद्रमा अपनी मित्र राशि कन्या में हस्त नक्षत्र के चौथे चरण में है। हस्त नक्षत्र का चंद्रमा शुभ व लाभकारी होता है।यहां चंद्रमा तीसरे भाव में स्थित हैं।महादशा के संदर्भ को देखें तो चन्द्रमा में महादशा में शुक्र की अंतर्दशा चल रही हैं।


ज्योतिषीषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद सिंधिया भाजपा में आए है।


भाजपा में आने वाला समय न केवल सिंधिया को भारतीय राजनीति में स्थापित करेगा अपितु महत्वपूर्ण दायित्व वहन करने का अवसर भी प्रदान करेगा जो शिक्षा या सुरक्षा से सम्बंधित हो सकता है, लेकिन सदस्यता ग्रहण कुंडली मे षष्ठम व अष्टम भाव की भूमिका इन्हें गुप्त शत्रुओं से सतर्कता बरतने की तरफ भी संकेत दे रही है। 6ठे भाव मे मंगल, गुरु एवम केतु की युति धनु राशि मे स्थित हैं।


जन्म कुंडली का लग्नेश यहां सदस्यता ग्रहण कुंडली मे सप्तमेश, मकर राशि में स्थित होकर सप्तम में हैं वहीं सदस्यता ग्रहण कुंडली मे स्थिर नवांश भी है, जिसमे नवांश का सप्तमेश लग्न में स्थित है।


अष्टम भाव में कुम्भ राशि मे सूर्य बुध का बुधादित्य योग बन हुआ हैं।


कुल मिलाकर आज (बुधवार - 11 मार्च 2020 को) सदस्यता ग्रहण के समय की कुंडली का अध्ययन किया जाए तो सिंधिया का भविष्य भाजपा में उज्ज्वल उत्तम एवम अधिक बेहतर है।


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