पुलिस कर्मियों की क्वाटरे हुई जर्जर
* पुलिसकर्मीयों की क्वार्टरें हुई जर्जर*
*गिर रहा है प्लास्टर, छतों में दरारें, दीवारें हुई जर्जर, बारिश में टपकती है छत*
फुलेरा(राजेन्द्र प्रजापति) : चौबीसों घंटे आम आदमी की सेवा में तत्पर रहने वाले पुलिसकर्मी अक्सर अभाव में नौकरी करते मिलते हैं। एक तरफ महकमे के आला अफसर सुख-सुविधाओं के बीच रहते हैं। वही लिस्ट निचले ओहदे के कर्मचारीयों की सुविधाओं को कोई ध्यान नहीं रखा जाता। ऐसा ही रहा है फुलेरा प्लीज कर्मियों के साथ यहां पुलिस कर्मियों के लिए बने क्वार्टर जर्जर हो चुके हैं दीवारों ने दरवाजों का साथ छोड़ दिया है छतों में दरारे हो गई है तो कहीं प्लास्टर गिर रहा है बारिश के समय टपक के पानी से पूरा कमरा भर जाता है ऐसे में डर लगता है है कि कौन सी दीवार कब धराशाई हो जाए ऐसा नहीं है कि पुलिस के अधिकारियों को इसका पता नहीं है लेकिन इन क्वार्टर की सुध नहीं जा रही है पुलिस कर्मियों के क्वार्टरों का हाल जानने की कोशिश की गई तो बदहाल तस्वीर सामने आई एक तरफ सरकार गरीब को आवाज देने में लगी है वहीं दूसरी तरफ पुलिसकर्मियों के जर्जर हो चुकी सरकारी क्वार्टर की सुध लेने वाला कोई नहीं है जानकारी के अनुसार थाने की कई जनरल क्वार्टर को काफी समय पूर्ण नाकारा घोषित कर दिया गया है इसके बावजूद यहां पुलिसकर्मी रह रहे हैं क्योंकि इन्हें ध्वस्त नहीं किया गया। ऐसे में अब पुलिसकर्मी वही ड्यूटी कर रहे हैं यहां तैनात थाना अधिकारियों को ने नई क्वार्टर बनाने की मांग भी की थी इससे केकई पत्र बिजी प्रेषित किए गए लेकिन आज तक किसी तरह का कोई बजट नहीं मिला। ऐसे में थाने का स्टाफ आवासीय सुविधाओं के इंतजार में है। थाना परिसर में बनी इन क्वार्टरों को तोड़कर नया निर्माण करवाया जाए तो राहत मिल सकती है।
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