कोरोना के उपचार के लिए होम्योपैथिक पद्धति ने जगाई आशा की किरण परीक्षण में मिले चमत्कारिक परिणाम प्रथम चरण में 22 मरीजों पर हुआ सफल परीक्षण       

 कोरोना के उपचार के लिए होम्योपैथिक पद्धति ने जगाई आशा की किरण परीक्षण में मिले चमत्कारिक परिणाम प्रथम चरण में 22 मरीजों पर हुआ सफल परीक्षण                                                                                                                          आगरा 25 मई। के नेमिनाथ होम्योपैथिक  कॉलेज हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर ने कोरोना के सफल उपचार के लिए होम्योपैथीक  दवा खोज ली है। संस्थान के आचार्य डॉक्टर प्रदीप गुप्ता ने क्लीनिकल परीक्षण के बाद दावा किया है कि 5 से 7 दिन में रोगी स्वस्थ तथा कोरोना नेगेटिव हो जाता है। एलोपैथिक पद्धति से 7 से 9 दिन लगते हैं इसके बावजूद रोगी को कमजोरी रहती है तथा नेगेटिव होने में 4 से 6 सप्ताह लगते हैं।                                                                               नेमिनाथ होम्योपैथिक कॉलेज हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर को आयुष्मान मंत्रालय ने कोरोना उपचार के लिए दवा खोजने की अनुमति दी थी। इसके तहत संस्थान चिकित्सकों ने टूंडला स्थित एफ एच हॉस्पिटल के 44 मरीजों पर प्रथम चरण में क्लीनिकल परीक्षण पूर्ण कर लिया। नेमिनाथ हॉस्पिटल के संस्थापक आचार्य डॉक्टर प्रदीप गुप्ता के अनुसार इस परीक्षण से मनोबल बढ़ा तथा आशा की किरण जागी।                     उनका कहना है कि होम्योपैथिक दवा के चमत्कारिक असर से मामले पर विवाद ना हो इसलिए इटावा जिले के सैफई मेडिकल कॉलेज पर दो दो बार कोरोना टेस्ट किया ताकि दावे पर विवाद ना हो इसके बाद 2 मरीज और दिए गए वह भी ठीक हो गए । सफल परीक्षण के बाद 15 मई से सरकार के आदेश की प्रतीक्षा की जा रही है बाद में 21 मई को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, प्रधानमंत्री ,महाराष्ट्र सरकार ,पश्चिम बंगाल सरकार एवं गुजरात सरकार आदि के सचिव को भी पत्र लिखकर इलाज की मदद के लिए बोल चुके हैं। दवा के बेहतर परिणाम के बाद एस एन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को भी पत्र लिखा सफलतापूर्वक परीक्षण का रजिस्ट्रेशन सीटीआरआई -आईसीएमआर नई दिल्ली में हो गया है ।                                  डॉक्टर गुप्ता के अनुसार होम्योपैथी में are.alb रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए तथा बाद के उपचार के लिए भी आयुष मंत्रालय ने कहा था। लेकिन हमारे द्वारा खोज की गई दवा ब्रायोनिया 200 है जो कि विशेष रूप से परीक्षित दवा है डॉक्टर का कहना है कि पूर्ण सफलता के बाद भी इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स हमें नहीं चाहिए हम चाहते हैं की घातक बीमारी से लोगों को जीवन मिल सके लोगों के परिवार सुरक्षित रहें।                                                           होम्योपैथी सस्ता एवं गुण युक्त उपचार हैं। हम सभी होम्योपैथिक चिकित्सकों से कहेंगे कि वह भी अपना सहयोग दें और हमारा विशेष उद्देश्य  होम्योपैथिक उपचार पद्धति को सम्मानजनक स्थान मिल सके यही हमारा उद्देश्य है । हम चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द निर्णय लेकर मुझे लोगों की सेवा का अवसर प्रदान करें उन्होंने यह भी कहा कि आगरा फिरोजाबाद प्रशासन ने उन्हें मरीज उपलब्ध कराएं क्योंकि उनके पास इलाज करने की अनुमति प्राप्त थी प्रशासन की अनुमति से एसएन मेडिकल कॉलेज में भी इलाज के लिए तैयार हैं।


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