पी एच ई डी के प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव द्वारा वी सी के माध्यम से की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक

*पीएचईडी के प्रमुख शासन सचिव  राजेश यादव द्वारा वीसी के माध्यम से राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक*         


जयपुर 13 मई।पीएचईडी के प्रमुख शासन सचिव  राजेश यादव की अध्यक्षता में शासन सचिवालय में मंगलवार को वीसी के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों में गर्मिर्यों में पेयजल व्यवस्था के प्रबंधन के बारे में बैठक आयेजित हुई। बैठक में विभाग के मुख्य अभियंताओं और अतिरिक्त मुख्य अभियंताओं ने गत फरवरी माह से अब तक विभाग द्वारा लॉकडाउन और गर्मिर्यों में पेयजल प्रबंधन के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया। वीसी के माध्यम से सभी जिलों में कार्यरत अतिरिक्त मुख्य अभियंताओं एवं अधीक्षण अभियंताओं से गर्मिर्यों के मद्देनजर किए जा रहे कार्यों एवं तैयारियों के बारे में फीड बैक लिया गया और उन्हें आवश्यक निर्देश दिए गए।*


जिलों में कार्यरत अभियंताओं को निर्देश दिए गए कि गर्मियों में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में निर्बाध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी मुद्दों को स्थानीय स्तर पर हल करे,। राज्य स्तर के मुद्दों को तत्काल उच्च स्तर पर भेजे।   
जिलों में रेट कॉन्ट्रेक्ट की प्रगति की समीक्षा हुई। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि जहां भी रेट कॉन्ट्रेक्ट की कार्यवाही शेष है, उसे शीघ्र पूरा करे, किसी भी स्थान पर पेयजल आपूर्ति के लिए आवश्यक सामग्री की कोई कमी नही रहे। जिन जिलों में अतिरिक्त पाईप्स एवं सामान पड़ा है, वे उसे अन्य जिलों को उपलब्ध कराए। 
 
अभियंताओं को बताया गया कि पेयजल योजनाओं के लिए डिस्कॉम्स से विभागीय अंडरटेकिंग के आधार पर बकाया कनैक्शंस जारी करने पर सहमति बन गई है। अतः अधिकारी अपने क्षेत्र में जल योजनओं के बाकी कनैक्शनों के बारें में अंडरटेकिंग देकर कनैक्शन की कार्यवाही पूरी करे।


कंटीजेंसी प्लान की राशि का आवश्यकतानुसार सदुपयोग करने तथा अतिरिक्त जरूरत हो तो उसके प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए गए।


कोविड-19 के कारण प्रदेश में अतिरिक्त पानी की मांग बढ़ी है, राज्य के बाहर से प्रदेश के हजारों लोग वापस लौटे हैं, इस कारण भी मांग बढ़ी है। ऐसे में आपूर्ति पर नियंत्रण बनाए रखते हुए लोगों की आवश्यकता के अनुरूप समुचित प्रबंधन करे।


कोविड-19 के कारण सभी जिलों में जिला प्रशासन ज्यादा व्यस्त है। ऐसे में पीएचईडी के अधिकारी दोहरी जिम्मेदारी के साथ अपनी भूमिका निभाते हुए पेयजल व्यवस्था का प्रबंधन करते हुए जिला प्रशासन का सहयोग करे।


हैंड पम्प रिपेयरिंग अभियान की सतत मॉनिटरिंग हो, जो हैंड पम्प ठीक हो गए है, उनकी क्रॉस चैकिंग करे, केवल खानापूर्ति नहीं करे। इस अभियान के लिए स्वीकृत किए गए 531 वाहनों का पूरा उपयोग करते हुए आमजन को राहत प्रदान करे।


जनता जल योजना के कार्यों के लिए पंचायती राज विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय करे। जनता जल योजना के घरों में कनैक्शंस के अपडेशन के लिए पंचायती राज विभाग से आवश्यक डाटा संकलित करे।


आगामी दिनों में मुख्यमंत्री  द्वारा समूचे प्रदेश में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी, इसके बारे में प्रगति रिपोर्ट और सभी बिन्दुओं की तैयारी पूरी रखें। मुख्यमंत्री महोदय के निर्देश के अनुसार जिन स्थानों पर 48 घंटे से अधिक समय में पेयजल आपूर्ति हो रही है, वहां की आपूर्ति को 48 घंटे के अंतराल पर लाने के लिए प्रयास करे।


अंतरविभागीय मुद्दों पर जिला प्रशासन का सहयोग ले।


क्षेत्रीय अतिरिक्त मुख्य अभियंता अपने अधीनस्थ परियोजनाओं के लम्बित कार्यों को गति देने के लिए सम्बंधित ठेकेदारों के साथ बैठक ले।


पेयजल के नमूनों के संग्रहण एवं उनकी समय पर टेस्टिंग के कार्यो में भी तेजी लाए।


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