बैंक का चपरासी ही निकला एटीएम का लुटेरा
बैंक का चपरासी ही निकला एटीएम का लुटेरा जयपुर। राजधानी के झोंटवाड़ा थाना में 31 जुलाई को पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम में 17 लाख रुपये की लूट की वारदात की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने बैंक के चपरासी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर (जयपुर पश्चित) प्रदीप मोहन शर्मा ने मीडिया को बताया कि 31 जुलाई की रात पीएनबी के झोंटवाड़ा में स्थित एटीएम के लॉक एवं डिजिटल लॉक को खोलकर उसमें रखे 17 लाख 22 हजार रुपये अज्ञात चोर चुरा ले गया। वारदात की गंभीरता को देखते हुए विक्रम सिंह राठौड़ के नेतृत्व में पुलिस दल का गठन किया गया। दल में शामिल कान्स्टेबल मालीराम ने कड़ी मेहनत एवं सूझबूझ से मामले का खुलासा कर दिया। इस पर पुलिस ने बैंक के चपरासी मनीष सोनी को गिरफ्तार लिया।
उन्होंने बताया कि मालीराम ने घटना स्थल पर एटीएम और उसके आसपास के सभी वीडियो फुटेज की गहनता से जांच की। उन्होंने झोंटवाड़ा में पूर्व में और वर्तमान में कार्यरत बैंक के एक एक कर्मचारी का मिलान वीडियो फुटेज में पाये गये शख्स से किया। जांच के दौरान उन्होंने पाया कि वीडियो में नजर आये चोर का हुलिया करीब आठ महीने पहले पीएनबी की झोंटवाड़ा शाखा में तैनात चपरासी के पद पर काम करने वाले मनीष सोनी से मिलता है।
उन्होंने बताया कि इसके बाद काम बेहद आसान हो गया और मनीष सोनी (28) को गिरफ्तार कर लिया गया। सोनी फिलहाल पंजाब नेशनल बैंक की मोती डूंगरी में मुसलिम स्कूल की शाखा में पदस्थ है। उससे गहनता से पूछताछ की गयी तो उसने जुर्म स्वीकार कर लिया। उससे 17 लाख 12 हजार रुपये बरामद कर लिये गये।
पूछताछ में मनीष सोनी ने बताया कि वह पीएनबी बैंक की झोटवाड़ा शाखा में चपरासी के पद पर सितम्बर 2019 तक कार्यरत था। उसके मन मे शुरू से ही ज्यादा पैसा कमाने की लालसा थी। उसने अपना काम ईमानदारी से करते हुये बैंक के सभी स्टाफ का विश्वास हासिल कर लिया। वह बैंक के कर्मचारियों के साथ एटीएम में राशि डालते समय साथ जाता था। उसी दौरान उसने एटीएम के अन्दर पैसे डालने की पूरी प्रकिया समझते हुए डिजिटल लॉक का पासवर्ड देख लिया। इसी दौरान उसका स्थानान्तरण मोती डूंगरी शाखा में हो गया। वह 31 जुलाई की रात झोंटवाड़ा में स्थित एटीएम गया और बुर्का पहनकर वह केबिन में घुस गया और डिजीटल लॉक खोलकर रुपये निकालकर अपने घर चला गया।
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