जीवन रक्षा,आजीविका बचाने में भी नहीं रखी कोई कमी  -मुख्यमंत्री

चिकित्सा  संस्थानों में  300 करोड़ रूपए के लोकार्पण 


 


 जीवन रक्षा,आजीविका बचाने में भी नहीं रखी कोई कमी 


-मुख्यमंत्री



जयपुर, 19 अगस्त। मुख्यमंत्री  अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौर में राज्य सरकार ने ‘कोई भूखा नहीं सोये‘ के संकल्प को पूरा करने के साथ ही जीवन बचाने एवं आजीविका के समक्ष आई चुनौती का मुकाबला करने में कोई कमी नहीं रखी। उन्होंने कहा कि हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि प्रदेश में कोरोना से किसी की जान नहीं जाए। इसके लिए अधिक से अधिक टेस्टिंग पर ध्यान दिया जा रहा है। राज्य सरकार का ध्येय राजस्थान को स्वास्थ्य के क्षेत्र में पूरे देश में सिरमौर बनाना है। 


 


 गहलोत ने बुधवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चिकित्सा शिक्षा के 37 चिकित्सा संस्थानों के भवनों के लोकार्पण एवं शिलान्यास के बाद सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने करीब 300 करोड़ रूपए के लोकार्पण एवं शिलान्यास किए। इसमें 29 भवनों का लोकार्पण तथा 8 निर्माण कार्यों का शिलान्यास शामिल है। 


 


सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं विकसित करने पर जोर


 


 गहलोत ने कहा कि हमारा सपना है कि प्रदेश से किसी भी व्यक्ति को इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़े। हमारे पिछले कार्यकाल के दौरान स्वास्थ्य ढांचे को मजबूती देने के लिए निशुल्क दवा योजना एवं निशुल्क जांच योजना शुरू की गई थी। कोरोना संक्रमण की शुरूआत के समय प्रदेश में कोरोना की जीरो टेस्टिंग सुविधा थी। आज प्रतिदिन 40 हजार से अधिक टेस्टिंग की सुविधा विकसित कर ली गई है, जो आगे चलकर 50 हजार तक पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 50 मरीजों का इलाज प्लाज्मा थैरेपी से करने में कामयाबी मिली है।  गहलोत ने कहा कि पिछले एक साल में 15 जिलों को मेडिकल कॉलेज मिले हैं, इनको मिलाकर राजकीय क्षेत्र में 31 मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे। हमारी मंशा है कि सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खुलें। कोरोना संक्रमण से मुकाबला करते हुए हमने सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं विकसित करने पर जोर दिया। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं जिला अस्पतालों में उपकरण एवं चिकित्सा सुविधाएं बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है।


 


सारे पैरामीटर्स पर राजस्थान अन्य से बेहतर 


 


मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान चिकित्सा के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ गया है। कोरोना से मुकाबले में हमारे प्रबंधन की देशभर में सराहना हुई है। हमने कोरोना से मृत्यु दर को काफी नियंत्रण में रखा है और सारे पैरामीटर्स पर अन्य राज्यों से बेहतर प्रदर्शन किया है।  गहलोत ने कहा कि कोरोना से इस जंग में सभी दलों के जनप्रतिनिधियों, धर्म गुरूओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, भामाशाहों, सरकारी मशीनरी एवं आमजन का पूरा सहयोग मिला है। लॉकडाउन के दौरान गरीब, असहाय एवं जरूरतमंद लोगों के खातों में 3500-3500 रूपए हस्तांतरित कर सरकार ने उन्हें राहत पहुंचाई है। 


 


मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग रखें


 


 गहलोत ने खुद के स्वास्थ्य का ख्याल खुद रखने का संदेश देते हुए आमजन से कोरोना को लेकर किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतने, भीड़ एकत्रित नहीं करने, मास्क लगाने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की।


 


6,310 सीएचओएस की भर्ती की प्रक्रिया शीघ्र



चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चुनौती का मुकाबला करते हुए प्रदेश में मेडिकल कॉलेजोें में सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। कोटा एवं जयपुर में प्लाज्मा बैंक स्थापित किए गए हैं और लोगों को प्लाज्मा डोनेट करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। 750 से अधिक मोबाइल ओपीडी वेन संचालित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस सरकार के डेढ़ साल के कार्यकाल में 12,500 नर्सिंगकर्मी एवं 765 डॉक्टरों की भर्ती की जा चुकी है। 2 हजार डॉक्टरों की भर्ती अंतिम चरण में है। 6,310 सीएचओएस की भर्ती की प्रक्रिया भी शीघ्र शुरू होगी। 


 


मेडिकल कॉलेजों में विकसित होंगी सुविधाएं


 


चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि प्रदेश में पिछले एक साल में स्वास्थ्य ढांचे को मजबूती देने की दिशा में उल्लेखनीय काम हुआ है। पूर्व में स्थापित 7 मेडिकल कॉलेजों के लिए मुख्यमंत्री  अशोक गहलोत द्वारा 819 करोड़ रूपए की अतिरिक्त राशि जारी की गई है। इससे इन मेडिकल कॉलेजों एवं इनसे सम्बद्ध अस्पतालों में विभिन्न सुविधाओं का विकास हो सकेगा। 


 


वीसी की शुरूआत में चिकित्सा शिक्षा सचिव  वैभव गालरिया ने कहा कि पिछले एक वर्ष में विभाग ने कई आयाम स्थापित किए हैं। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेजों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की 961 अतिरिक्त सीटें मिली हैं, जिनमें से 806 सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया शीघ्र शुरू हो जाएगी। स्नातक में 650 सीटों की बढ़ोतरी हुई है। 


 


कार्यक्रम में ऊर्जा एवं जलदाय मंत्री डॉ. बीडी कल्ला भी उपस्थित थे। सहकारिता मंत्री  उदयलाल आंजना, वन एवं पर्यावरण मंत्री  सुखराम विश्नोई, श्रम राज्य मंत्री  टीकाराम जुली, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष  गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष  राजेन्द्र राठौड़, पूर्व केन्द्रीय मंत्री  पीपी चौधरी, जालौर सांसद  देवजी पटेल, झालावाड़ सांसद  दुष्यंत सिंह, बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद  कनकमल कटारा सहित कई सांसद-विधायक एवं विभिन्न दलों के जनप्रतिनिधि वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुडे रहे। वीसी में 20 जिलों से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं चिकित्सक भी जुड़े।   


 


चिकित्सा शिक्षा संस्थानों के निम्न भवनों का लोकार्पण हुआ


 


क्र.सं. कार्य का नाम   


(करोड़ रू. में)


 


1.एसएमएस मेडिकल कॉलेज में परीक्षा कक्ष 7.90


2.आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर-जूनियर बॉयज हॉस्टल, लेक्चर थिएटर ब्लॉक, ओपीडी एवं इंवेस्टिगेशन एकीकृत ब्लॉक, सीनियर रेजिडेंट हॉस्टल 61.36


3.मेडिकल कॉलेज अजमेर-आपातकालीन ब्लॉक (कार्डियोलॉजी विभाग) 0.63


4.एमजी हॉस्पिटल भीलवाड़ा 16.00


5.मेडिकल कॉलेज, डूंगरपुर-नया भवन, रेजिडेंट हॉस्टल, नर्सेज हॉस्टल 71.00


6.कोविड-19 जांच-19 माइक्रोबॉयोलॉजी लैब 46.71


  कुल 203.60


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