शराब बंदी कर अयोध्या को  बनाये आदर्श तीर्थ स्थान - बाबा उमाकांत महाराज

 शराब बंदी कर अयोध्या को  बनाये आदर्श तीर्थ स्थान - बाबा उमाकांत महाराज 



जयपुर 12 अगस्त l उज्जैन के विश्वविख्यात परम् सन्त बाबा उमाकान्त  महाराज ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर शाम को ऑनलाइन सतसंग संदेश देते हुए बताया कि हमने अयोध्या में मन्दिर बनाने वाले जिम्मेदारों को आवेदन देकर ये प्रार्थना की है कि अगर मन्दिर निर्माण समिति हमें अनुमति देती है तो जो भी लोग वहाँ सेवा करेंगे उनके लिए हम भोजन भंडारा चलाएंगे। महाराज जी ने ये भी कहा कि अयोध्या में ही मस्जिद निर्माण की भी तैयारी चल रही हैं तो हमारे मुसलमान भाइयों से भी बात कर लो कि वहाँ जो भी सेवादार निर्माण सेवा करेंगे हम उनको भोजन कराना चाहते हैं। अगर अनुमति मिल जाये तो आप उनको भोजन कराने की सेवा कर दो प्रेमियों।


*अयोध्या बने, सभी धर्मों का आदर्श तीर्थ*


बाबा उमाकान्त  महाराज ने मन्दिर और मस्जिद निर्माण में भोजन भंडारा चलाने की प्रार्थना के साथ-साथ उप्र के मुख्यमंत्री जी से अपील की है कि अयोध्या नगरी जिसको आपने तीर्थ क्षेत्र घोषित किया है, उसको आप तीर्थ स्थान ही बना दीजिए। आप अयोध्या को सभी धर्मों का तीर्थ स्थान बना दीजिए। हमारे मुसलमान भाई तो वहाँ इबादतगाह (मस्जिद) बना ही रहे हैं, अगर हमारे सिख भाई भी वहाँ गुरुद्वारा बनाना चाहे तो उनकी भी व्यवस्था कर दीजिए।


बाबा उमाकान्त  महाराज ने सीएम योगी जी से आह्वान किया कि आप स्वयं गुरु गोरखनाथजी को मानने वाले, उनके प्रिय हैं। आप गुरु के महत्त्व को समझते हैं कि गुरु का दर्जा क्या होता है, गुरु की महिमा क्या होती है। तो ऐसे में गुरु प्रेमी अगर वहाँ कुछ बनाते हैं और आप उचित समझते हैं तो उनको भी जगह दे दीजिए। जब सभी धर्मों का समावेश एक धर्म नगरी अयोध्या में हो जाएगा तो बराबर वहाँ लोग आनेजाने लगेंगे, लोगों में प्रेम बढ़ेगा और ये जो तिफरका है कौम-कौमियत और जाति-पाति का जो भेद है ख़तम हो जाएगा।


*अयोध्या में स्थापित हो रामराज्य*


बाबा उमाकान्त जी महाराज ने योगी जी के साथ-साथ देश के प्रधानमंत्री मोदी जी और धार्मिक और पर्यटन मंत्रालय के जिम्मेदारों से भी आह्वान किया कि आप अयोध्या को सभी धर्मों के लिए आदर्श क्षेत्र बना दीजिए। ऐसा रामराज्य स्थापित कर दीजिए कि भारत के कोने-कोने से ही नहीं बल्कि विश्व के कोने-कोने से लोग वहाँ पहुँचे। बाबा उमाकान्त जी महाराज ने कहा अयोध्या जब धार्मिक नगरी बन जाएगी तो कोई भी, किसी भी धर्म को मानने वाला हों उसे उस तरह की ही सुख एवम शांति मिलेगी जैसे अपने स्थान पर मिलती है और अयोध्या का धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्त्व बढ़ जाएगा। 


*हिम्मत करके योगी जी कर दे शराब बंदी, तो अयोध्या की बढ़ जाएगी ख्याति*


बाबा उमाकान्त  महाराज ने इसके साथ-साथ धार्मिक नगरी अयोध्या में शराब बन्द करने की अपील करते हुए कहा कि आप देखो ज्यादातर महापुरुष उत्तरप्रदेश में ही हुए हैं, श्रीकृष्ण जन्मभूमि उ.प्र. में है, श्रीराम जी की जन्मभूमि भी उत्तरप्रदेश ही है। योगी जी के पास मौका है, आप इस पर विचार कीजिये मंत्रिमंडल में जो लोग हैं, राम भक्त हैं, मंत्री हैं, विधायक हैं, जो भी पावर में हैं। आप सब लोग इस पर विचार कीजिये कि तीर्थ क्षेत्र का महत्त्व कब बढ़ेगा? जब वहाँ से शराब बंदी हो जाएगी। क्योकि शराब किसी भी धर्म मे जायज़ नहीं है, लिखा है कि -


"गंगा जल कृत बारुन जाना, तदपि न सन्त करें तेहि पाना"


चाहे गंगा जल में शराब क्यों न बनाई गई हो लेकिन विद्वान, शिष्ट, साधु और अच्छे लोग इसे नहीं पीते। मुसलमान भाइयों की भी किताब में लिखा है "कि एक क़तरा भी अगर शराब का जिस्म पर पड़ जाए तो काट कर फेंक देना चाहिए" तो इस पर किसी को ऐतराज़ नहीं होगा। तो इसके लिए आपको भी हिम्मत जुटाने की ज़रूरत है।


वैसे तो अगर योगी जी पूरे प्रदेश में शराब बन्द करने की घोषणा कर देते है, जैसे बिहार के मुख्यमंत्री जी ने किया,तो आपका भी नाम हो जाएगा और अगर आप पूरे प्रदेश में नही कर सकते हो तो आप अयोध्या जिले में ही शराब बन्द कर दो।


आप अगर सोचते हो या आपके मंत्रिमंडल के लोग सोचते हैं कि ऐसा करने से आमदनी कम हो जाएगी तो आप समझ लो आमदनी बिलकुल कम नहीं होगी और अगर आप योजना बना लोगे और एक कमेटी बनाकर कुछ लोगों को उसके विकास के लिए लगा दोगे, तो विकास से ही इतना धन आ जायेगा कि पूरे प्रदेश में भी आप शराब बन्द कर दोगे तो कम नहीं पड़ेगा। तो हमारा निवेदन है कि आप इस पर भी विचार कीजिये।


*जन्माष्टमी पर संकल्प लो आज, करेंगे अहंकार का त्याग*


श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर बाबा उमाकान्त महाराज अहंकार की बुराइयों को समझाते हुये सभी भक्तों से भी आह्वान किया कि वे आज त्योहार के दिन इस बात का संकल्प बना लें कि हम अहंकार का त्याग करेंगे। क्योकि अहंकार ही शरीर से अपराध कराता है, अहंकार ही काम पैदा करता है, अहंकार ही क्रोध पैदा करता है। अहंकार को त्यागो कि अब आपके अंदर अहंकार न आने पावे। आज जन्माष्टमी के अवसर पर आप ये संकल्प बनाओ।


 


 


 


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