मेवाड़ मुस्लिम शाह समाज चौखले की हुई अहम बैठक.
मेवाड़ मुस्लिम शाह समाज चौखले की हुई अहम बैठक. देवगढ़ 22 सितम्बर (कुवारिया नरेन्द्र शर्मा) । मृत्युभोज जैसी कुरीति को खत्म करने के लिए सरकार का नियम पहले से ही है, लेकिन समाज पहल करें तो यह बुराई जड़ से खत्म हो सकती है। क्योंकि राजस्थान सहित देश के कई ग्रामीण क्षेत्रों में यह बुराई विकराल और सामाजिक चुनौती के तौर पर खड़ी है। लॉकडाउन में कुछ समाज, संगठनों ने पहल भी की, लेकिन बड़े स्तर पर नहीं हो पाया। मृत्यु भोज जैसी बुराई को खत्म करने के लिए सोमवार को मेवाड़ मुस्लिम शाह समाज के सदर हाजी मुबारिक शाह कुरज की सदारत में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई जिसमें पूरे मेवाड़ शाह समाज चौखले मे मृत्यु भोज बन्द करने का ऐलान किया गया। राजमसंद शाह समाज के प्रतिनिधि रफीक शाह ने बताया मेवाड़ शाह समाज के सदर हाजी मुबारिक शाह के निर्देश पर रफीक शाह राजसमंद ने भीलवाड़ा में आयोजित बैठक में मेवाड़ मुस्लिम शाह समाज द्वारा समाज में इंतकाल (निधन) पर होने वाले चेहल्लुम, चालीसवा मृत्यु भोज को सामाजिक बुराई मानते हुए इसे पूर्णतया बंद करने का ऐलान किया जिसे बैठक में मौजूद सभी पंचों ने सर्वसम्मति से सहमति दी। बैठक में मेवाड़ क्षेत्र के उदयपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा एवं चित्तौड़ जिलों के चौखलो से आए शाह समाज के पंचों ने भाग लिया। इस दौरान मेवाड़ सदर हाजी मुबारक शाह कुरज, सेक्टरी चान्द शाह पोटला, कैशियर मन्सूर शाह सहाडा, रफीक शाह राजसमंद, मुबारिक शाह, पिरु शाह गंगापुर, सफ़ी शाह पोटला, आशिक शाह देवगढ़, छोटु शाह, आजाद शाह कुरज, जाकिर शाह, अय्यूब शाह, गफ्फार शाह, शरीफ शाह रेलमगरा, बशीर शाह बामणिया, सराफत शाह पलाणा, युनुस शाह, जाकिर शाह मुस्ताक शाह आमेट, नसीर शाह पछमता, इस्लाइल शाह आकोला, सरफात शाह घोसुण्डा, फारूक़ शाह मांडल, शरीफ़ शाह चंदेरिया, मुबारिक शाह, पिरु शाह कोशीथल, उस्मान शाह रायपुर, रज्जाक शाह राशमी आदि मौजूद थे।
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