स्कूलों को खोलने की मांग कर निजी स्कूल संचालक क्या बच्चों को मारने पर उतारू है - संयुक्त अभिभावक संघ

स्कूलों को खोलने की मांग कर निजी स्कूल संचालक क्या बच्चों को मारने पर उतारू है - संयुक्त अभिभावक संघ


--- सेवा के नाम सरकार से राहत लेने वाले स्कूल संचालक अभिभावकों को लूटने का काम कर रहे है


--- शिक्षा मंत्री के बयान का संयुक्त अभिभावक संघ ने किया समर्थन, शिक्षा के मंदिर अब मन्दिर नही धंधा बन चुके है


जयपुर 19 नवंबर । स्कूल फीस का फसाद लगातार बढ़ते जा रहा है एक तरफ निजी स्कूल संचालक हठधर्मिता का प्रदर्शन करते हुए अनर्गल मांगो को लेकर सरकार पर जबर्दस्ती दबाव बनाकर अभिभावकों की एकता तोड़ने और लूटने की साजिश को अंजाम दे रहे है साथ ही इस कोरोना महामारी के प्रकोप में स्कूलों को खोलने की मांग कर ना केवल अभिभावकों के परिवारों को उजाड़ने की साजिश रच रहे साथ ही देश के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ कर बच्चो को जबर्दस्ती मारने पर उतारू हो रहे है। ऐसे निजी स्कूल संचालक जो कोरोना महामारी में भी इंसानियत को छोड़कर केवल पैसा कमाने की हठधर्मिता दिखा रहे उन सभी स्कूलों पर कार्यवाही होनी चाहिए और उन सभी की मान्यताएं भी रद्द होनी चाहिए।

संघ प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू और संगठन मंत्री चन्द्रमोहन गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि जो निजी स्कूल संचालक सेवा का नाम लेकर सरकार से राहत लेते है कोरोडो कि जमीन कोडियों के भाव में लेते है वह सभी स्कूल संचालक क्यो अपना एकाउंट सार्वजनिक नही करते, उसके बावजूद यह निजी स्कूल संचालक ट्यूशन फीस, स्कूल ड्रेस, किताबें, डायरी, एडमिशन सहित विभिन्न तरह के चार्ज वसूल कर हर साल करोड़ो रु कमाते है, उसके बावजूद यह लोग बिना सेवा दिए अभिभावकों को लूटने की साजिश रच रहे है और अब शिक्षकों की सैलरी सहित अन्य मांगों के झूठे राग अलाप कर सरकार पर भी जबर्दस्ती दबाव बना रहे है।

संघ कोषाध्यक्ष सर्वेश मिश्रा एवं उपाध्यक्ष मनोज शर्मा ने कहा कि संयुक्त अभिभावक संघ राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के उस बयान का समर्थन करते है जिसमे उन्होंने कहा था कि निजी स्कूल संचालक धरने प्रदर्शन छोड़कर अपने धंधे पर ध्यान देंवे। आज वाकई में निजी स्कूल संचालकों की हठधर्मिता ने शिक्षालयों को ना केवल अपमानित किया है बल्कि कलंकित तक कर दिया है। निजी स्कूल संचालकों ने शिक्षा के मंदिरों को अब मन्दिर ना बनाकर केवल धंधा बना दिया है जो अभिभावक पैसा देगा उसका बच्चा पढ़ेगा जो नही देंगा उसका बच्चा पढ़ाई नही कर पायेगा। आज यह निजी स्कूल संचालक धरना देकर केवल शिक्षालयों को व्यवसाय का परिचय दे रहे है।

*संयुक्त अभिभावक संघ आज एक पुनः देंगा अल्टीमेटम के साथ सरकार और प्रशासन को देंगा ज्ञापन*

अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल और महामंत्री संजय गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को संयुक्त अभिभावक संघ एक बार पुनः केंद्र सरकार, राज्य सरकार और प्रशासन को अपना 15 सूत्रीय मांग पत्र अल्टीमेटम के साथ देंगा। इस पत्र में पिछले 8 महिनो में अभिभावकों को जो-जो पीड़ाएँ हुई है साथ ही कोरोना महामारी से जो समश्या उतपन्न हुई है उन सभी को इस ज्ञापन पत्र में शामिल किया गया है। शुक्रवार और शनिवार को देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, शिक्षा मंत्री सहित राज्य के राज्यपाल, मुख्यमन्त्री और शिक्षा मंत्री तक को यह ज्ञापन दिया जाएगा। अगर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात का समय निर्धारित होता है तो उनसे मुलाकात कर ज्ञापन पत्र दिया जाएगा। 


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