जांबाज पत्रकार अभिषेक सोनी ने गुंडों से महिला साथी को बचाने में प्राण गंवाये

जांबाज पत्रकार अभिषेक सोनी ने गुंडों से महिला साथी को बचाने में प्राण गंवाये   


       
                                                                    जयपुर,23 दिसम्बर । मानसरोवर थाना इलाके में आठ दिसम्बर की रात को पत्रकार और महिला साथी पर हुए हमले में करीब 15 दिनों तक वेंटिलेटर पर रहे गंभीर घायल पत्रकार अभिषेक सोनी निवासी ऋषि गालव नगर गलता गेट की बुधवार देर शाम को इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपित को कुछ दिन पहले ही गिरफ्तार किया था। लेकिन अब तक बाकी अन्य आरोपित पुलिस पकड से दूर है। इधर पत्रकार अभिषेक सोनी की मौत की सूचना मिलने पर पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त है। वहीं मौत की सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी मामले की गंभीरता को देखते हुए मानसरोवर थाने में डेेरा जमाए हुए है और मामले की जानकारी लेते में जुटे हुए है। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अवनिश कुमार शर्मा ने बताया कि घायल पत्रकार अभिषेक सोनी की मौत के बाद हत्या मामला दर्ज कर लिया गया है। वहीं इस मामले में फरार चल रहे अन्य आरोपितों की तलाश के लिए टीमों का गठन कर उनके सम्भावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है जल्द ही सभी आरोपित पुलिस गिरफ्त में होंगे।.       

                          गौरतलब है कि ऋषि गालव नगर गलता गेट निवासी अभिषेक सोनी आठ दिसम्बर की रात को कहीं से आते समय अपनी महिला साथी के साथ नारायण विहार मोड़ स्थित जय माता दी स्पेशल दाल बाटी चूरमा ढाबा पर रुका था। जहां उसने अपनी कार साइड में लगाकर खाने का आर्डर दिया। इस दौरान वहां बाइक सवार तीन लड़के आए और युवती की तरफ अश्लील इशारे करने लगे। इसके बाद लड़के बदतमीजी पर उतर आए और युवती पर गंदी कमेंट करने लगे। जब अभिषेक ने इसका विरोध किया तो तीनों लड़के वहां से धमकी देकर चले गए। इसके दो मिनिट बाद ही तीनों लड़के आए और पास में पड़े लोहे के पट्टे् से मारपीट शुरू कर दी। आरोपियों ने अभिषेक के सिर पर ताबड़तोड़ वार किए, बीच बचाव में युवती आई तो उसके सिर पर भी वार कर दिया। इसके बाद आरोपित वहां से फरार हो गए। अधमरी हालत में अभिषेक ढाबे के बाहर करीब दस मिनिट तक पड़ा रहा। इस दौरान वहां से कई गाड़िया गुजरी,यहां तक की ढाबे पर खड़े लोग तमाशा देखते रहे । लेकिन किसी ने भी मदद करने की जहमत नहीं उठाई। पुलिस और एम्बुलेंस को कॉल करने के बावजूद वहां काफी देर तक कोई नहीं आया। दस मिनिट बाद अभिषेक को होश आया तो वह दोस्त को साथ लेकर खुद ही कार चलाकर सवाई मान सिंह अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड पहुंचा और वहां पहुंचते ही वह बेहोश हो गया। हमले में अभिषेक का सिर बुरी तरह फटा हुआ था।           

                                                                            आरोपियों की गिरफ्तारी एव इस घटना के  लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्यवाही को लेकर पत्रकारों - परिजनों का धरना प्रदर्शन जारी है l

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