निवारू रोड़ के सेंट एंसलम स्कूल के अभिभावकों ने स्कूल में दिया धरना

स्कूल फीस मुद्दा

निवारू रोड़ के सेंट एंसलम  स्कूल के अभिभावकों ने स्कूल में दिया धरना, 

फीस के चलते रिजल्ट रोका, संयुक्त अभिभावक संघ के दखल के बाद जारी किया रिजल्ट.                                  

4 घन्टे तक अभिभावक और स्कूल प्रशासन आपस मे उलझते रहे, पुलिस प्रशासन ने भी दिया दखल


जयपुर। फीस को लेकर सुप्रीम कोर्ट में मामला विचाराधीन है, 8 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम आदेश देने के बाद 16 फरवरी को ऑर्डर रिजर्व कर लिया है जिस पर फाइनल ऑर्डर आना बाकी है। कोर्ट ने अंतरिम आदेश स्पष्ट कहा कि कोई भी स्कूल संचालक फीस के चलते किसी भी बच्चे की पढ़ाई, एक्जाम और रिजल्ट को नही रोक सकता है किन्तु उसके बावजूद शहर के निवारू रोड़ स्थित सेंट एंसलम स्कूल नार्थ सिटी ने ना केवल अभिभावकों पर पूरी फीस जमा करवाने का दबाव बनाया बल्कि उनके रिजल्ट भी रोक दिए जिसको लेकर स्कूल के अभिभावक आक्रोशित हो गए और स्कूल परिसर में जुटे। अभिभावकों इस दौरान संयुक्त अभिभावक संघ के पदाधिकारियों को शामिल होने का निवेदन किया और 4 घण्टों (सुबह 9 बजे से 1 बजे) तक मिलकर स्कूल संचालकों से वार्ता की और स्कूल के फादर ने मिलने की डिमांड रखी, 3 घन्टे के हंगामे के बाद स्कूल के फादर ने पुलिस प्रशासन की उपस्थिति में अभिभावकों से वार्ता की। 


प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने बताया कि बुधवार को सेंट एंसलम स्कूल नार्थ सिटी के अभिभावकों की शिकायत पर संघ प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल, प्रदेश महामंत्री संजय गोयल, जयपुर जिला अध्यक्ष युवराज हसीजा, सदस्य राजेन्द्र भवसार की टीम स्कूल परिसर पहुंची और अभिभावकों की शिकायत को सुना। इस दौरान अभिभावकों ने बताया कि स्कूल प्रशासन पूरी फीस जमा करवाने का दबाव बना रहा है, कुछ अभिभावकों ने बच्चों को पढ़ाई से वंचित कर रखा है और कुछ अभिभावकों ने बताया कि एक्जाम देने के बाद रिजल्ट रोक दिए है केवल यही नही जिन अभिभावकों ने बच्चों की फीस जमा नही करवाई है उनके नाम डिफाल्टर लिस्ट तक मे डाल दिये गए है। जबकि सभी अभिभावक सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश को फॉलो कर रहे है उसके बावजूद हमें प्रताड़ित अपमानित किया जा रहा है। 


अभिषेक जैन बिट्टू ने जानकारी देते हुए बताया कि 15 दिन पहले भी सारे अभिभावक स्कूल परिसर में जुटे थे तब भी फादर से मिलने का प्रयास किया किन्तु मिलने नही दिया गया, आज भी पिछले 3 घन्टे से धूप में बिना कुछ खाये-पिये खड़े है किंतु फादर से मिलने नही दिया जा रहा है। उसके उल्ट स्कूल प्रशासन ने अभिभावकों को डराने-धमकाने के लिए पुलिस प्रशासन को बुलाकर खदेड़ने का प्रयास किया, स्कूल संचालक हम अभिभावकों से ऐसा व्यवहार कर रहा है जैसे हम इस देश के गद्दार नागरिक है हम आंतकवादी या पाकिस्तानी है। जिससे अभिभावक आक्रोशित हो गए है फादर से मिलने की डिमांड पर अड़े रहे। 


प्रदेश महामंत्री संजय गोयल ने बताया की इस वार्ता के दौरान स्कूल संचालकों ने पुलिस प्रशासन को इतला की और संयुक्त अभिभावक संघ ने भी पुलिस प्रशासन सहित चाइल्ड हेल्पलाइन नम्बर पर वार्ता कर अपनी शिकायत दर्ज करवाई। इस दौरान स्कूल के अभिभावक अरुण टांक, सुशील गुप्ता, पवन अग्रवाल, श्रीमती कंवलजीत कौर सहित 200 से अधिक अभिभावक जुटे और पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में फादर से वार्ता हुई, जिसके बाद फादर ने संयुक्त अभिभावक संघ की मांग को मानते हुए सभी बच्चों के रिजल्ट जारी किए और स्कूल को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी अंतरिम आदेश को फॉलो करने की बात को स्वीकार करते हुए 6 किश्तों ने फीस जमा करवाने की बात कही और डिफाल्टर लिस्ट हटाने की बात की गई। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने सभी अभिभावकों को संबोधित करते हुए सभी अभिभावकों को एकजुट होने का आह्वान किया। 

Comments

Popular posts from this blog

नाहटा की चौंकाने वाली भविष्यवाणी

मंत्री महेश जोशी ने जूस पिलाकर आमरण अनशन तुड़वाया 4 दिन में मांगे पूरी करने का दिया आश्वासन

उप रजिस्ट्रार एवं निरीक्षक 5 लाख रूपये रिश्वत लेते धरे