4 साल की बच्ची से रेप और हत्या के आरोपी को पुलिस ने 24 घंटे में दबोचा

 4 साल की बच्ची से रेप और हत्या 

के आरोपी को  पुलिस ने 24 घंटे में दबोचा

600 से ज्यादा पुलिसवालों ने 24 घंटे के भीतर 4 साल की बच्ची से रेप और हत्या के आरोपी को दबोचा
जयपुर। राजस्थान के जयपुर स्थित नरेना में 4 साल की बच्ची के साथ रेप और फिर हत्या के एक मामले में जयपुर ग्रामीण पुलिस की कार्रवाई चर्चा में है। इस आरोपी को दबोचने के लिए पुलिस के 600 से ज्यादा जवान ने 24 घंटे तक कड़ी मशक्कत की, जिसके बाद पुलिस को ये सफलता हासिल हुई है। पुलिस ने आरोपी सुरेश बलाई को गिरफ्तार कर लिया है। 

जानकारी के मुताबिक जयपुर ग्रामीण के थाना नरैना में चार साल की मासूम के अपहरण कर बलात्कार व हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया था. नरेना व आसपास के क्षेत्र के लोग घटना के बाद आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नरैना सीएचसी पर कल रात से ही धरना-प्रदर्शन कर रहे थे. घटना की गंभीरता को देखते हुए जयपुर ग्रामीण एसपी शंकर दत्त शर्मा ने कई टीमें गठित कर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाई, जिसके बाद आरोपी सुरेश बलाई को 24 घंटे के भीतर पकड़ा जा सका। 

दरअसल, 12 अगस्त को बच्ची के पिता द्वारा बच्ची के अपहरण की नरैना थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी. इसके बाद तालाब में तैरता हुआ बच्ची का मृत शरीर मिलने पर इलाके में सनसनी फैल गई थी. ऐसे में ग्रामीणों द्वारा भी आरोपी की गिरफ्तारी के लिए धरना प्रदर्शन किया गया था। मृत बालिका का पोस्टमार्टम करवाया गया तो उसमें बलात्कार कर हत्या करने का खुलासा हुआ था। 

पुलिस टीम को कैसे मिली सफलता
मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी की गिरफ्तारी के लिए जयपुर ग्रामीण एसपी शंकर दत्त शर्मा ने पुलिस अधिकारियों की टीम गठित की. पुलिस की टीमों ने साइबर तकनीकी और पारम्परिक पुलिस तरीकों का उपयोग कर 24 घंटे के भीतर आरोपी सुरेश कुमार बलाई को धर दबोचा। उसे दूदू के लापोड़िया गांव के खेतों में खड़ी फसल के बीच से गिरफ्तार किया गया। 

कई पुलिसकर्मियों की टीम लगी थी जांच में
इस मामले के पर्दाफाश के लिए तीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, तीन पुलिस उप अधीक्षक, लगभग 20 थानों के थानाधिकारी समेत करीब 600 पुलिसवालों कार्मिकों को लगाया गया था. इस अभियान में कोरोना काल में ग्राम स्तर पर चलाये गये अभियान मेरा गांव मेरी जिम्मेदारी के अन्तर्गत गठित वाट्सअप ग्रुप की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पहले तो टीमों द्वारा मेहनत करके आरोपी को नामजद किया गया. नामजद करने के बाद पुलिस टीमें जब लगातार मुल्जिम का पीछा कर रही थी तब आरोपी बार- बार छुपने के लिए स्थान बदल रहा था। 


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