श्री कृष्ण बलराम मंदिर का 10वाँ पाटोत्सव शुभारम्भ

श्री कृष्ण बलराम मंदिर का 10वाँ पाटोत्सव शुभारम्भ


जयपुर | राजस्थान के खूबसूरत शहर जयपुर में स्थित श्री कृष्ण बलराम मंदिर का 10वीं वर्षगांठ पर मंदिर का पाटोत्सव (तीन दिवसीय) धूम धाम से शुभारम्भ हुआ| मंदिर को भव्य रूप से फूलों एवं रोशनी से सजाया गया, पाटोत्सव के पहले दिन मंदिर के ऊपर स्थित राजस्थान के सबसे विशाल सुदर्शन चक्र की पूजा की गई एवं नई ध्वजा लहराई गई, यह भगवान के परम प्रिय सुदर्शन जी का प्राकट्य दिवस के रूप में संकीर्तन के साथ मनाया गया, मंदिर में भगवान का मनमोहक चन्दन अलंकार किया गया एवं मंगल कामना के लिए सुदर्शन यज्ञ किया गया जिसमें भक्तों ने आहुतियां दी तत्पश्चात  महाआरती की गई, यह सभी कार्यक्रम मंदिर के सोशल मीडिया चैनलों पर लाइव दिखाया गया अंत में मंदिर में आये सभी भक्तों के लिए प्रसादी वितरण किया गया |



7 मई | पाटोत्सव का दूसरा दिन - श्री कृष्ण बलराम रथ यात्रा  

राजस्थान के जयपुर शहर में पहली बार श्री कृष्ण बलराम की भव्य रथ यात्रा निकली जाएगी, मंदिर प्रबन्धन द्वारा एक विशाल रथ भगवन के लिए बनवाया है, जिसे भक्त रस्सी द्वारा खींच कर आगे बढाया जायेगा |रथ यात्रा का शुभारम्भ 7 मई, शाम 5:30 बजे संकीर्तन के साथ जगतपुरा मार्ग स्थित गौरंगा पैराडाइज गार्डन से NRI चौराहा होते हुए श्री कृष्ण बलराम मंदिर पर समाप्त होगी | 


8 मई | पाटोत्सव का तीसरा दिन - श्री कृष्ण बलराम महाभिषेक 

पाटोत्सव का तीसरे दिन महोत्सव पर मंदिर में ठाकुर जी को बहुत ही अलौकिक रूप से सजाया जायेगा एवं भगवान का मनमोहक चन्दन अलंकार किया जाएगा एवं भगवान को  विशेष पोशाक पहनाई जाएगी । इस अवसर पर  ठाकुर जी को 108  भोग अर्पित किया जायेंगे । शाम को भगवान  का  मधुर एवं दिव्य द्रव्यों से महाभिषेक किया जाएगा  एवं महाआरती की जाएगी|

श्री कृष्ण बलराम मंदिर के अध्यक्ष  अमितासन दास ने बताया कि अक्षय तृतीया बेहद ही शुभ और महत्वपूर्ण दिन होता है यह वैशाख के महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है, अक्षय शब्द का अर्थ होता है ‘जिसका कभी क्षय न हो या जिसका कभी नाश न हो, अक्षय तृतीया के दिन ही पांडवों को सूर्य देव द्वारा एक चमत्कारी पात्र प्राप्त हुआ जिसमें से भोजन कभी भी समाप्त नहीं होता था जिसे अक्षय पात्र कहते है | अक्षय तृतीया के दिन ही राजस्थान के जयपुर शहर  में श्री कृष्णा बलराम का प्राकट्य हुआ था,यह मंदिर का 10वाँ पाटोत्सव है | तीन दिवसीय महोत्सव के रूप में मनाया जायेगा पहला दिन विशाल सुदर्शन चक्र की पूजा, दूसरा दिन  श्री कृष्ण बलराम की रथ यात्रा, एवं तीसरे  दिन श्री कृष्ण बलराम का  महाभिषेक किया जायेगा | 





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