नर्सेज ने दी राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी

नर्सिंग अधीक्षको के  अधिकारों पर कुठाराघात 


 नर्सेज ने दी  राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी


जयपुर 17 मई। राजस्थान राज्य नर्सेज एसोसिएशन एकीकृत  प्रदेश मुख्यालय समिति की आपात बैठक सवाई मानसिंह चिकित्सालय  स्थित प्रांतीय कार्यालय मे एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह राणा की अध्यक्षता में मंगलवार को संपन्न हुई। जिसमें निदेशक अराजपत्रित सुरेश नवल द्वारा जारी एसीआर संबंधी   प्रथम कार्य मूल्यांकन  अधिकारी के रूप में पूर्व से कार्यरत नर्सिंग अधीक्षक को हटाकर भी एवं उसके स्थान पर उप अधीक्षक चिकित्सक को  नियुक्त करने जैसी कार्रवाई को नर्सेज हितों पर कुठाराघात बताते हुए आगामी सात दिवस में यथावत पूर्वी भांति नर्सिंग अधीक्षक को रखने की मांग करते हुए राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी । 


           एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री मदन लाल बुनकर एवम कैलाश शर्मा  ने राज स्तरीय नर्सेज कोर कमेटी के निर्णय से अवगत कराते हुए बताया कि नर्सिंग प्रोफेशन में आज तक वार्षिक मूल्यांकन का प्रथम प्रतिवेदन अधिकारी नर्सिंग अधीक्षक होता आया है क्योंकि नर्सिंग अधीक्षक   राजपत्रित अधिकारी होने के साथ में नर्सिंग कार्मिकों का प्रथम अधिकारी होता है। 


 इसलिए  पूर्ववत नर्सिंग अधीक्षक को अधिकृत किया जाना चाहिए। जिस के संबंध में  मुख्यमंत्री  ,चिकित्सा मंत्री सहित  विभागीय अधिकारियों निदेशक अराजपत्रित   सुरेश नवल को  विरोध दर्ज करवाते हुए ज्ञापन सौंप शीघ्र 7 दिवस में संशोधित  आदेश जारी करने की मांग की, जिस पर निदेशक  ने सकारात्मक कार्यवाही का आश्वासन दीया है।  


एसोसिएशन के प्रदेश पर्यवेक्षक भूदेव धाकड,  प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष पुरूषोतम कुंभज , उपाध्यक्ष बी पी सिंह, जिला अध्यक्ष अनेश कुमार सैनी,  जयपुर संभागीय संयोजक यजुवेंद्र यादव , राजेंद्र मीणा , शिवराम यादव ,ने बताया कि राज्य भर में उक्त आदेशों का तीव्र विरोध हो रहा है। नर्सेज के अधिकारों पर कुठाराघात  किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि सरकार द्वारा इस विषय की उपेक्षा की गई तो पूरे राज्य से ज्ञापनों के साथ चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जाएगा।

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