जवाबदेही कानून की मांग को लेकर झुंझुनूं शहर में निकाली रैली

जवाबदेही कानून की मांग को लेकर झुंझुनूं शहर में निकाली रैली

     शहीद स्मारक पर कानून की मांग को लेकर होगा धरना 

 आंदोलन सरकारी कर्मचारियों की जवाबदेही लेकर ही रहेगा -नोरती बाई



 शोषितों, वंचितों को हर रोज चक्कर कटवाए जाते हैं और उनके काम नहीं होते हैं, क्या यही आजादी का अमृत महोत्सव है - सुमन देवठिया

       लोकतंत्र में नागरिकों की बात सुननी होगी - लालसिंह


झुंझुनूं 17 सितम्बर । सूचना एवं रोजगार अधिकार अभियान द्वारा फिर से शुरू की गई द्वितीय जवाबदेही यात्रा आज झुंझुनूं जिला मुख्यालय पर पहुंची यहां पर यात्रा की ओर से झुंझुनूं के मुख्य  बाजारों में रैली निकाली और लोगों की शिकायतें लिखीं।  

यात्रा की शुरुआत रैली से हुई और फिर यह जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर पहुंचकर सभा में बदल गई जहां पर कई लोगों ने संबोधित किया। 

राजस्थान असंगठित मजदूर यूनियन की पूर्व अध्यक्ष और मजदूरों के मुद्दों पर लंबे समय से संघर्षरत नोरती बाई ने कहा कि जवाबदेही का यह आंदोलन लंबे समय से चल रहा है, यह आंदोलन सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों की जवाबदेही लेकर रहेंगे। 

दलित वूमेन फाइट और आगाज फाउंडेशन से जुड़ी सुमन देवठिया ने कहा कि आज भी सबसे शोषित और वंचितों को सरकारी दफ्तरों में चक्कर लगवाए जाते हैं और उनके काम नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि आज देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है क्या यही अमृत महोत्सव है। 

मजदूर किसान शक्ति संगठन से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता लाल सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में नागरिकों की बात सुननी पड़ती है। जब लंबे समय से राजस्थान के नागरिक जवाबदेही कानून की मांग कर रहे हैं। नागरिकों की बात सरकार को सुननी होगी और राज्य में यह कानून लाना होगा। 

 *यात्रा के द्वितीय चरण का समापन कल से जयपुर में कानून की मांग के लिए धरना शुरू* 

आज द्वितीयजवाबदेही यात्रा के दूसरे चरण का समापन झुंझुनूं जिले के कार्यक्रम के साथ  हुआ है। अब सूचना एवं रोजगार अधिकार अभियान राजस्थान की ओर से जवाबदेही कानून की मांग को लेकर जयपुर में शहीद स्मारक पर धरना शुरू किया जायेगा क्योंकि राज्य विधानसभा का सत्र 19 सितंबर  से शुरू हो रहा है। इसी के साथ धरने की शुरुआत होगी और वह कानून पास नही होने तक जारी रहेगा। 

*गांधी चौक से जिला कलेक्ट्रेट तक निकाली रैली:-* गांधी चौक से रैली की शुरुआत की जो प्रकाश जानू स्कूल, जेपी जानू मार्ग, बीडीके अस्पताल, नगर परिषद, जिला परिषद होते हुए जिला कलेक्टर कार्यलाय पहुंची जिसमें लोगों ने रैली में जवाबदेही कानून पास करो,  सवाल है- सवाल है, जवाब दो- जवाब दो के नारे लगाये. पूरे झुंझुनूं शहर में जवाबदेही यात्रा को लेकर चर्चा शुरू हुई और लोगों ने अपना जबरदस्त समर्थन दिया। 

*यात्रा के स्वयंसेवकों ने बांटे पर्चे* 

जवाबदेही यात्रा से जुड़े स्वयंसेवक अक्षत, सुंदर सिंह, चुकेश, दाताराम, धर्मेंद्र, वंदना आदि ने कानून और जवाबदेही कानून किसलिए को लेकर पर्चे बांटे। 

 *रैली में मिला 1946 रुपए का चंदा* 

यह आंदोलन लोगों के सहयोग और समर्थन से ही चल रहा है। इसमें लोगों से 2 रुपए से लेकर 100 रुपए तक का सहयोग लिया जा रहा है। रैली के दौरान स्वयंसेवक कनिका कुमारी, शीलू, सुमन, शीतल ने चंदा इकट्ठा किया जो 1946 रुपए था। लोगों का समर्थन ही इस आंदोलन की ताकत है। 

 *झुंझुनूं कलेक्ट्रेट के बाहर यात्रा के स्वयंसेवकों ने लिखी शिकायतें* 

जवाबदेही यात्रा के शक्ति सिंह,बलवान नरपत, ठाकुर सोलंकी, रमेश, दाताराम, रेखा आदि ने लोगों की शिकायतें लिखीं जिन्हें अतिरिक्त जिला कलेक्टर के माध्यम से सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के उप निदेशक को सौंपा गया और इन्हें जवाबदेही यात्रा के इवेंट में दर्ज कर कार्यवाही शुरू की जायेगी।  

*जिला प्रशासन के साथ हुई बैठक और विभिन्न शिकायतों पर प्रशासन की जवाबदेही पर बात हुई:-* अतिरिक्त जिला कलेक्टर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अधिशाषी अभियंता जिला परिषद, जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।और अभियान की ओर से सुमन देवठिया, धन्नाराम, पारस बंजारा, कमल कुमार,  मुकेश निर्वासित, जितेंद्र जोया, आदि ने मुद्दे रखे। सबसे पहले प्रशासन गाँव और शहर के संग प्रकरणों की प्रगति, सिलिकोसिस, पालनहार, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, महात्मा गाँधी नरेगा में काम और रिजेक्ट पेमेंट, स्कूलों में खेल मैंदान और उन पर स्कूल का कब्ज़ा, स्कूलों और अस्पतालों में स्टाफ, शहरी रोज़गार गारंटी योजना, घुमंतुओं के लिए नए कार्यों और पट्टों सहित कई अन्य योजनाओं पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई। अधिकारियों ने खुले मन से समस्याओं को स्वीकारा और व्यवस्था में सुधार के हर संभव प्रयास करने का आश्वासन भी दिया।

*जिला प्रशासन ने दिया उचित कार्यवाही करने का आश्वासन:* अतिरिक जिला कलेक्टर  जेपी गौड़ की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसमें, जिला परिषद, सामाजिक न्याय अधिकारिता, शिक्षा, स्वास्थ्य, पुलिस सहित विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारियों ने समस्याओं को सुना और सभी शिकायतों पर उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया.

*रैली को किया संबोधित* 

लालसिंह, सुमन देवठिया,बजरंग, विजय जय हिंद, धन्नाराम, नोरती बाई,  कमल कुमार, मुकेश निर्वासित, पारस बंजारा आदि ने भी संबोधित किया। 

*आज यात्रा के द्वितीय चरण का समापन 19 सितंबर से जयपुर में धरना शुरू करेगी  जवाबदेही यात्रा:* आज जवाबदेही यात्रा के द्वितीय चरण का समापन झुंझुनूं जिला मुख्यालय पर कार्यक्रम के साथ किया गया। जवाबदेही यात्रा एवं सूचना एवं रोजगार अधिकार अभियान राजस्थान की ओर से जवाबदेही कानून की मांग को लेकर शहीद स्मारक एमआई रोड पर विधानसभा के सत्र के साथ 19 सितंबर से धरना शुरू किया जायेगा। 

*क्या है जवाबदेही कानून और क्यों की जा रही है इसकी मांग* 

पिछले एक दशक से भी अधिक समय से जवाबदेही कानून की मांग राज्य में की जा रही है. गौरतलब है कि सूचना का अधिकार, महात्मा गाँधी नरेगा, सामाजिक अंकेक्षण जैसे कानून और प्रयासों के लिए राजस्थान से आन्दोलन की शुरुआत हुई और ये कानून बने और पूरे देश में फैले. जवाबदेही कानून आरटीआई पार्ट-2 है, जो पारदर्शिता से जवाबदेही की ओर ले जायेगा. ये कानून राज्य में लोकसेवकों की जनता के प्रति जवाबदेही स्थापित करेगा.

2018 में राजस्थान कांग्रेस कमेटी ने अपने घोषणा पत्र में यह वादा किया था कि वे जवाबदेही कानून लाएंगेI काँग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रशासनिक अधिकारी रामलुभाया के नेतृत्व में कानून का मसौदा बनाये जाने और अपने सिफारिश देने के लिए समिति बनाई, जिसने कानूनी मसोदा जनवरी 2020 में प्रस्तुत कर दिया थाI मुख्यमंत्री ने 2022-23 के बजट में पुनः जवाबदेही कानून लाने की घोषणा की है लेकिन आज दिन तक उस कानून के मसौदे को विधानसभा के पटल पर नहीं रखा गयाI

आपको ज्ञात है कि 33 जिलों में जा रही यात्रा का संयोजन सूचना एवं रोज़गार अधिकार अभियान राजस्थान ( एस आर अभियान) कर रहा है जो लगभग 80 सामाजिक आंदोलनों, अभियानों व संगठनों का सामूहिक मंच है I यह अभियान पिछले 17 वर्षों से जनता से जुड़े विभिन्न मुद्दे उठाता रहा है और उन पर जवाबदेही की मांग करता रहा है. आप सभी जानते हैं कि इसी वर्ष 5 जनवरी 2022 को कोविड के मामले बढ़ने की वजह से इस दूसरी जवाबदेही यात्रा को कोटा में स्थगित करना पड़ा था. पूर्व में की घोषणा के अनुरूप आज वापस यात्रा इसी कोटा शहर से शुरू हो रही है। ज्ञात हो की 2015-16 में एस आर अभियान द्वारा राजस्थान के सभी 33 ज़िलों में 100 दिन की पहली जावाबदेही यात्रा निकाली गयी थी। यात्रा के दौरान अभियान द्वारा लगभग 10,000 शिकायतों का पंजीकरण किया गया जिन्हें राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर भी डाला गया था और उनके पीछा किया गया था। इसके बाद जयपुर में 22 दिन का जावाबदेही धरना लगाया गया और सरकार से तुरंत यह क़ानून पारित करने की माँग की गयी ताकि लाखों लोगों के मूलभूत अधिकारों के हो रहे उल्लंघन को रोका जा सके।

शंकर सिंह,  श्याम लाल, वकताराम, ऋचा औदिच्य,  चन्द्रकला, रणछोड़ देवासी, भँवर मेघवंशी, नरसाराम, लाडूराम, लखमाराम, ताराचंद वर्मा, चेतनराम, रावतराम, मोहनराम, तोलाराम, अनीता सोनी, प्रेम कँवर डांगी, मनीषा, पप्पूराम, नौरतमल, कमल कुमार, पारस बंजारा, विनीत भाम्भू,आदेश भाई परेशान, भागचंद, मुकेश निर्वासित, मूलचंद तथा अभियान के अन्य सभी साथी


 *सूचना एवं रोजगार का अधिकार अभियान, राजस्थान* 

 *मुकेश . 9468862200ए कमल .9413457292, पारस . 7742846353*

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