राजस्थान में ओले-बारिश का कहर

                राजस्थान में ओले-बारिश का कहर

         फसलें चौपट, सड़क पर बिछी सफेद चादर



                          23 जिलों में अलर्ट


जयपुर । राजस्थान में देर रात से बदले मौसम ने कहर बरपा दिया है। उदयपुर, सिरोही समेत प्रदेश के कई इलाकों में भारी मात्रा में ओले गिरने से किसानों की फसल चौपट हो गई है। सड़कों पर ओलों की वजह से सफेद चादर बिछ गई है। वहीं जयपुर में भी रुक-रुककर बारिश हो रही है।

मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से मौसम में बदलाव हुआ है। आज रविवार को दिन भर जयपुर, उदयपुर, अजमेर, कोटा, जोधपुर और बीकानेर संभागों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है। इसके साथ ही कहीं-कहीं जगहों पर ओलावृष्टि और हो सकती है।

जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि 30 जनवरी को उत्तर और उत्तर-पूर्वी भागों में बारिश होने की संभावना है। इससे पहले शनिवार शाम करीब 6:30 बजे के बाद बाद मौसम पलट गया। बादल घिरने के साथ कई जगहों पर बिजली चमकने के साथ देर रात तेज बारिश हुई।

यहां हुई अच्छी बारिश

डूंगरपुर, बूंदी, अलवर, चित्तौड़गढ़, टोंक, जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा में अच्छी बारिश हुई है। जिसमें बूंदी में 11mm, डूंगरपुर के कई शहरों में 2-3 mm तक, जयपुर शहर के सांगानेर, आमेर, जमवारामगढ़, शाहपुरा, कोटखावदा, चाकसू, जोबनेर, नरैना, बस्सी और मोजमाबाद में 2-4 mm तक बारिश हुई।

चित्तौड़गढ़ के किसान बोले- काफी नुकसान हुआ

चित्तौड़गढ़ के किसान कैलाश चंद्र धाकड़ ने बताया- ओले गिरने से सबसे ज्यादा नुकसान अफीम और गेहूं की फसलों को हुआ है। अफीम के डोडे टूट गए। अब उनमें से अफीम का दूध नहीं निकलेगा। इनके सीपीएस पद्धति (यानी बिना चीरा लगाए नारकोटिक्स को सौंपना था) उनको काफी नुकसान हुआ है। अफीम के पत्ते भी टूट गए। फसलें आड़े गिर गए।

वहीं, किसान प्रकाश ने बताया कि गेहूं की फसलें भी आड़ी गिर गई। अब कटाई मुश्किल से होगी। पैदावार कम होगी।

चित्तौड़गढ़ में न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री बढ़ा

चित्तौड़गढ़ में बिजली कड़कने के साथ तेज बारिश ने ठिठुरन बढ़ा दी। वहीं, यह भी आश्चर्य रहा कि न्यूनतम तापमान में एक ही रात में 8.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है। रविवार सुबह मौसम विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

बाड़मेर में भी मावठ

रेगिस्तानी इलाके बाड़मेर में एक बार फिर से मौसम पलट गया। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के साथ ही जिले में बादलों की आवाजाही बढ़ने के साथ सिणधरी, पादरू इलाके में तेज मावठ की बारिश हुई है। कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई है। बारिश के बाद किसानों की चिंता बढ़ गई है।

मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में जोधपुर संभाग के जिलों में बारिश की चेतावनी जारी कर दी है। बीते कुछ दिनों से उतर भारत से आई सर्द हवा के कारण सर्दी बढ़ी हुई थी। अचानक हुए बदलाव के बाद दिन का तापमान 3 डिग्री की बढ़ोतरी के साथ 26.7 डिग्री पर पहुंच गया है। हालांकि रात के तापमान में हल्की बढ़ोतरी हुई है।

आबूरोड में 8 एमएम बारिश हुई

आबूरोड समेत आसपास के ग्रामीण इलाकों में शनिवार रात को बारिश हुई। तापमान में भी गिरावट देखने को मिली है। तहसीलदार रायचंद देवासी ने बताया- आबूरोड में बीती रात को 8 एमएम बारिश दर्ज की गई। बारिश के बाद शहर में कई जगह सड़कों पर पानी भर गया। उधर रातभर शहर समेत अन्य ग्रामीण इलाकों में बारिश के कारण बिजली भी गुल रही। जिससे लोग परेशान नजर आए। बारिश से अरंडी, सरसों की फसलों को नुकसान का अनुमान है। वहीं गेहूं, जौ की फसल को फायदा होगा।

जोधपुर में दिनभर बारिश का अलर्ट

जोधपुर में रविवार सुबह 7 बजे एकाएक मूसलाधार बारिश का दौर शुरू हुआ। जो करीब 25 मिनट तक चला। इस दौरान कई जगह पर ओले भी गिरे। कुछ देर थमने के बाद सुबह 9 बजे फिर से बारिश का दौर शुरू हुआ। जो कि लगातार जारी है। दरअसल, जोधपुर में भी बारिश और ओलावृष्टि को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार दिनभर बादल और बारिश का दौर जारी रहेगा।

सिरोही में बारिश से फसलों को हुआ नुकसान।

सिरोही में रुक-रुककर जारी बारिश

सिरोही में शनिवार रात 10.40 बजे तेज हवाओं के साथ बारिश का दौर शुरू हो गया, जो की आधे घंटे तक चला। रविवार सुबह 9.40 बजे से बादलों की तेज गर्जना के साथ बारिश वापस शुरू हो गई। जो करीब 10.15 बजे तक चली, इसके साथ ही पिंडवाड़ा, स्वरूपगंज, शिवगंज, कालंद्री, मंडार, रेवदर, अनादरा में भी बारिश का दौर जारी रहा। इस मावठ के चलते जिले में सर्दी का दौर और तेज हो गया

उदयपुर में ओलों ने तबाह की फसल

उदयपुर में डबोक क्षेत्र के भल्लों का गुड़ा गांव में रहने वाले किसान परथा, रूपलाल और घनश्याम सालवी ने बताया- उनकी फसलें ओलों की वजह से पूरी तरह तबाह हो गई है। सोचा नहीं था कि इस बार इस तरह बारिश और ओलों का कहर बरसेगा।

बड़ी मुश्किल से इस बार तेज सर्दी के बीच फसल को बचाने के लिए जतन कर रहे थे। मगर एक रात में इंद्रदेव के कहर के कारण फसलें खत्म हो गई। लागत निकालना भी बेहद मुश्किल होगा। राज्य सरकार को सर्वे कराकर सभी को मुआवजा देना चाहिए। यदि सरकार इस वक्त में अन्नदाता की मदद करेगी तभी किसान जी पाएगा वरना इस बेमौसम की इस बारिश ने खेती को खत्म कर दिया है। सारी मेहनत पर ओलों ने पानी फेर दिया है।

अब आगे क्या?

इन जिलों में हल्की बारिश के आसार

अजमेर, भीलवाड़ा, बारां, झालावाड़, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर, बीकानेर, जालोर, पाली और श्रीगंगानगर में बादल गर्जन के साथ ही बारिश होने के आसार है। मौसम विभाग की ओर से येलो अलर्ट जारी किया गया है।

इन जिलों में तेज हवा के साथ होगी बारिश

प्रदेश के अलवर, भरतपुर, दौसा, धौलपुर, बूंदी, जयपुर, करौली, झुंझुनूं, कोटा, सवाई माधोपुर, टोंक, सीकर, चूरू, हनुमानगढ़ और नागौर में भी बादल चमकने के साथ बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है। इसके साथ ही 30 से 40 KM प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के आसार है। मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

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