जेकेके शिल्प ग्राम में मिलेट मेला आयोजित
जेकेके शिल्प ग्राम में मिलेट मेला आयोजित
जयपुर। 29 जून। एफएसएसएआई की तरफ से पूरे देश में मिलेट्स अर्थात मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए मिलेट्स मेलों का आयोजन करवाया जा रहा है। आयुक्तालय खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण नियंत्रण राजस्थान जयपुर तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जयपुर की ओर से दिनांक 29 जून, शनिवार को जेएलएन मार्ग स्थित जवाहर कला केंद्र के शिल्पग्राम में जिला स्तरीय मिलेट मेले का आयोजन हुआ।
भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा मोटे अनाज (श्री अन्न) की उपयोगिता एवं गुणवत्ता की जागरूकता हेतु आमजन की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए एक दिवसीय मिलेट्स मेले का सफल आयोजन किया गया।
शिल्पग्राम परिसर में आयोजित कार्यक्रम में अतिरिक्त आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण पंकज ओझा, निदेशक आरसीएच डॉ. एस. एस. राणावत, संयुक्त निदेशक, जयपुर जोन डॉ. नरोत्तम शर्मा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर टीकाकरण डॉ. रघुराज सिंह, एडिशनल डायरेक्टर जवाहर कला केंद्र प्रियंका जोधा, सीएमएचओ जयपुर प्रथम डॉ. रवि शेखावत, मुख्य खाद्य विश्लेषक, केंद्रीय प्रयोगशाला डॉ. करण सिंह सहित जिले के खाद्य सुरक्षा अधिकारी, चिकित्सा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी व आमजन उपस्थित रहे।
अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन व अतिथि स्वागत के बाद सीएमएचओ जयपुर प्रथम डॉ. रवि शेखावत द्वारा स्वागत संबोधन हुआ। उन्होंने विस्तार से मिलेट फेयर का परिचय दिया। इसके बाद प्रोजेक्ट डायरेक्टर टीकाकरण डॉ. रघुराज सिंह ने मिलेट्स के सेवन के प्रति जागरूकता बरतकर दैनिक जीवन मे अपनाने की बात कही।
इस अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण पंकज ओझा ने अपने संबोधन में दैनिक जीवन मे मिलेट्स की अवधारणा और महत्ता पर प्रकाश डालते हुए विभाग की उपलब्धियों से अवगत कराया। उन्होंने शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान की अभूतपूर्व सफलता को साझा करते हुए मिलावट खोरों पर की गई कार्यवाहियों के विषय में जानकारी दी। उन्होंने विभिन्न खाद्य पदार्थों में मिलावट संबंधित जानकारी देते हुए स्वास्थ्य पर पड़ने वाले विपरीत असर को व्याख्यायित किया। उन्होंने वर्तमान में उपयोग किए जा रहे फास्ट फूड के नुकसानों के प्रति आमजन को सावचेत किए जाने और विभिन्न जनजागरूकता माध्यमों द्वारा मिलेट्स अपनाने के लिए प्रेरित किए जाने की बात कही।
निदेशक आरसीएच डॉ. एस. एस. राणावत ने परंपरागत पौष्टिक खाद्यान्न के महत्व को व्याख्यायित करते हुए इससे होने वाले लाभ के विषय मे बताया। मोटे अनाज के महत्व को उन्होंने परंपरागत ढंग से समझाते हुए इसके गुणों पर प्रकाश डाला। मुख्य खाद्य विश्लेषक, केंद्रीय प्रयोगशाला डॉ. करण सिंह ने शुद्ध आहार हेतु की जा रही कार्यवाहियों के बारे में बताते हुए खाद्य प्रयोगशालाओं के संचालन पर सारगर्भित जानकारी दी।
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. जी. एल. शर्मा ने अपने संबोधन में कार्यक्रम की सराहना करते हुए मोटे अनाज के सेवन से हृदय और शरीर के अन्य अंगों पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभावों पर चर्चा करते हुए दैनिक जीवन मे मिलेट्स अपनाने की बात कही। कार्यक्रम के अंत मे खाद्य सुरक्षा अधिकारी, जयपुर द्वितीय दीपक सिंधी ने अतिथियों व आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
मेले के दौरान प्रश्नोत्तरी, पोस्टर व विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमे प्रतिभागियों ने उत्साह से भाग लिया।
इसके बाद अतिथियों द्वारा मेले का अवलोकन किया गया। इसके साथ ही मेले में मिलेट्स अर्थात मोटे अनाज जैसे ज्वार बाजरा रागी कुट्टू आदि से बनने वाली विभिन्न प्रकार की स्वादिष्ट तथा पोषक रेसिपीज का प्रदर्शन किया गया तथा आम जनता को अधिक से अधिक मोटे अनाज के सेवन हेतु प्रोत्साहित किया गया।
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