गोविंद देव जी मंदिर में 6 लाख श्रद्धालुओं ने किए ठाकुर जी के दर्शन

  श्री गोविंद देव जी मंदिर में 6 लाख श्रद्धालुओं ने किए ठाकुर जी के दर्शन  

     


                                                               

  भजन लाल शर्मा ने दर्शन कर की प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना       

         


              

जयपुर। भाद्रपद कृष्ण अष्टमी शनिवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव पर छोटीकाशी कृष्णमय हो उठी। हर ओर कृष्ण जन्मोत्सव का उल्लास छाया रहा। वैष्णव मंदिरों की तो छटा ही निराली थी। गुब्बारों, फूलों, रंग बिरंगी रोशनी से सजे मंदिरों में  दिनभर दर्शनार्थियों का हुजूम उमड़ता रहा। मुख्य  आयोजन जयपुर के आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में हुआ। यहां करीब छह लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। सुबह से मध्य रात्रि तक भक्ति का सागर छलकता रहा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने धर्मपत्नी सहित गोविंद देव जी मंदिर पहुंचकर प्रदेश की सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की। मंदिर के महंत अंजन कुमार गोस्वामी एवं सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने मुख्यमंत्री का शॉल, माल्यार्पण, दुपट्टा, प्रसाद और ठाकुर जी का चित्र भेंट कर अभिनंदन किया । दर्शनार्थियों से अटे मंदिर में में जैसे ही रात्रि के 12 बजे तो 31 तोपों की हवाई गर्जना के बीच भगवान श्रीकृष्ण का अवतरण हुआ तो उच्च स्वर में शंखनाद का निनाद हो उठा। वेदपाठी ब्राह्मणों ने सस्वर में वेदपाठ किया। हर ओर हर्ष मिश्रित ध्वनि के बीच सभी रोमाचिंत हो रहे थे। लग रहा था कि उनके सामने ही कृष्ण ने अवतार ले लिया है। मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी और सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने शालिग्राम भगवान का पूजन कर ठाकुरजी का पंचामृत अभिषेक किया। 425 लीटर दूध, 365 किलो दही, 11 किलो घी, 85 किलो बूरा, 11 किलो शहद से अभिषेक के दृश्य को श्रद्धालु अपलक निहारते रहे। अभिषेक संपन्न होते हुए पूरा मंदिर एक बार फिर श्रद्धाभरे जयकारों से गूंजायमान हो उठा। ठाकुर जी को पंजीरी, लड्डू, खिरसा का भोग लगाया गया। जय निवास बाग स्थित मंच से नि:शुल्क चरणामृत एवं पंजीरी वितरण किया गया। इससे पूर्व सुबह भी पंचामृत अभिषेक कर ठाकुरजी को नवीन पीत वस्त्र, आभूषण एवं पुष्पों से श्रृंगार किया गया। सुबह से ही हर किसी के कदम गोविंद देवजी मंदिर की ओर बढ़ रहे थे। वाहनों की रेलमपेल के कारण बार-बार जाम लगता रहा। गोविंद देवजी मंदिर के आसपास के कृष्ण मंदिरों में भी उल्लास कम नहीं था। सब मंदिरों में नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की जयघोष गूंजता रहा। श्री गोविंद देवजी मंदिर में श्रद्धालुओं को 13 घंटे दर्शन का अवसर मिला। सुबह मंगला झांकी से पूर्व ही दर्शनार्थी कतारों में लग गए।

जैसे ही पट खुलने का पता चला दर्शनार्थियों ने राधे राधे से मंदिर परिसर को गूंजायमान कर दिया। मंगला झांकी सुबह 4:30 से 7 बजे खुली रही। धूप झांकी में दर्शनार्थियों की संख्या में  थोड़ी कमी आई। लोगों को बिना किसी परेशानी के दर्शन हुए। सुबह की सभी झांकियों में दर्शन की सुचारू व्यवस्था रही।



 *कतारों में दिखा भक्तों का उत्साह:* 

श्रृंगार और राजभोग झांकी में दर्शनार्थियों की संख्या फिर बढ़ गई। श्रद्धालु कतारों में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। इस दौरान कतारों में लगी युवाओं की टोलियों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। युवा लगातार भजनों की स्वर लहरियां बिखेरते रहे। ऐसे में कब मंदिर के छांवण तक पहुंच गए पता ही नहीं चला। श्रद्धालुओं ने अपनी सुविधानुसार लाइनों में लग कर दर्शन किए। आम श्रद्धालुओं के लिए बिना जूते-चप्पल और जूते-चप्पल सहित दो अलग-अलग लाइन बनाई गई थी। पास धारकों के लिए विशेष लाइन लगाई गई थी। जलेबी चौक से आने वालों का निकास जय निवास बाग पूर्वी द्वार से तथा ब्रह्मपुरी और कंवर नगर से आने वालों का निकास चिंताहरण हनुमान मंदिर मार्ग से कराया गया।


 *सब काम छोड़ सेवा में डटे रहे कार्यकर्ता* 

इस भव्य आयोजन की व्यवस्था में लगभग 3000 कार्यकर्ता एवं 150 स्काउट तैनात रहे। इनमें डॉक्टर, इंजीनियर, एडवोकेट, अध्यापक और विद्यार्थी बड़ी संख्या में शामिल हुए। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल से जुड़े युवाओं ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। बड़ी संख्या में स्वयंसेवक सुबह गोविंद देवजी मंदिर आने के बाद दिन में घर भी नहीं गए। सारे काम छोड़ कर स्वयंसेवक दर्शनार्थियों की सेवा में डटे रहे।

सुगम दर्शन के लिए मंदिर परिसर में 13 एलईडी स्क्रीन और 8-10 मेटल डिटेक्टर लगाए गए। सुरक्षा हेतु सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी गई।

 *रविवार को  नंदोत्सव की धूम, नगर भ्रमण पर निकलेंगे नंदलाला** 

जयपुर। भाद्रपद कृष्ण पक्ष नवमी रविवार को ठिकाना मंदिर श्री गोविंद देवजी, श्री गोविन्द धाम में नंदोत्सव का आयोजन किया जाएगा। मंदिर सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि सुबह 9:15 बजे ठाकुर श्रीजी को केसरिया रंग की आकर्षक पोशाक धारण कराई जाएगी। पुष्पों का विशेष श्रृंगार एवं दिव्य अलंकरण धारण कराए जाएंगे। धूप झांकी खुलने पर अधिवास पूजन एवं विशेष भोग झांकी के दर्शन होंगे। श्रृंगार झांकी की आरती के बाद तिल एवं यवदान पूजन होगा। इसके बाद महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में भक्तों के बीच कपड़े, फल, ट्राफी आदि उछाल कर नंदोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। शाम 4:30 बजे ठाकुर श्रीजी की भव्य शोभायात्रा मंदिर प्रांगण से रवाना होगी। ठाकुर श्रीजी को विशेष पुष्पों से सुसज्जित रथ में विराजित कराया जाएगा। बैंडबाजे और करीब दो दर्जन झांकियों के साथ शोभायात्रा प्रारंभ होगी। अनेक कीर्तन मंडलियां नाम कीर्तन करती चलकंगी। जलेबी चौक, हवामहल बाजार, बड़ी चौपड़, जौहरी बाजार, बापू बाजार, चौड़ा रास्ता, त्रिपोलिया बाजार, छोटी चौपड़, चांदपोल बाजार, बगरू वालों का रास्ता होते हुए शोभायात्रा पुरानी बस्ती स्थित मंदिर श्री गोपीनाथ जी पहुंचेगी।

Comments

Popular posts from this blog

जुलाई 2025 से लेकर नवंबर 2025 तक एस्ट्रोलॉजर दिलीप नाहटा द्वारा लिखी गई भविष्यवाणीयां

जानिए छिपकली से जुड़े शगुन-अपशगुन को

जानिए नहाने के साबुन का किस्मत कनेक्शन--पंडित दयानंद शास्त्री